- सरस्वती पैराडाइस स्कूल संजौली के बच्चों ने ली नशा न करने की शपथ
आपकी खबर, शिमला। 29 फरवरी
केंद्र सरकार के नशा मुक्त भारत अभियान के तहत जिला शिमला में बड़ा अभियान शुरू किया गया है। अभियान में जिला प्रशासन, शिक्षा विभाग, नगर निगम शिमला और स्वंयसेवी संस्थाओं को शामिल किया गया है। इसकी शुरुआत वीरवार को हुए कार्यक्रम से हुई है। इस कड़ी में मानव कल्याण सेवा समिति चौपाल ने किशोरों द्वारा नशीली दवाओं के उपयोग की रोकथाम के लिए समुदाय आधारित कार्यक्रम नगर निगम शिमला में नशा मुक्त भारत अभियान के तहत चल रहे जागरूकता कार्यक्रम में वीरवार को शिमला के सरस्वती पैराडाइस इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल संजौली में जागरूकता शिविर का आयोजन किया।
शिविर में 300 बच्चों ने भाग लिया। इस अवसर पर मानव कल्याण सेवा समिति के संस्थापक केशव राम ने नशा मुक्त भारत अभियान परियोजना के तहत स्कूल के बच्चों को नशे से दूर रहने और इससे से होने वाले दुष्प्रभाव के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर दीपक सुंदरियाल (एरिया कॉर्डिनेटर CPLI प्रोजेक्ट शिमला), तहसील कल्याण अधिकारी शिमला शहरी सुरेंद्र भभीटा भी मौजूद रहे।
सुंदरियाल ने विद्यार्थियों को नशे से बचने के लिए महत्वपूर्ण सुझाव दिए, जिसमें उन्होंने बताया कि किस कारण किशोर अवस्था में हम नशा के आदी हो जाते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि बच्चे किस तरह से नशे की रोकथाम में अपनी भूमिका निभा सकते हैं और इस अवसर पर स्कूल के बच्चों को नशा न करने की शपथ भी दिलवाई।
इसके अतिरिक सुरेंद्र भीमाटा ने भी स्कूल के बच्चों को नशे से दूर रहने और नशामुक्ति में सहयोग बारे कहा। इस कार्यक्रम में मानव कल्याण सेवा समिति की ओर से कांसलर वीरेंद्र और नीलम चौहान भी उपस्थित रहे।