- प्रतिभा सिंह खेमे के विधायक नंद लाल को कैबिनेट मंत्री का दर्जा
आपकी खबर, रामपुर बुशहर। 1 मार्च
हिमाचल प्रदेश की राजनीति में उथल पुथल का दौर अभी भी जारी है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह की नाराजगी को दूर करने में लगे हैं। सवाल यह भी उठ रहे हैं कि संगठन की नाराजगी सुक्खू पहले क्यों नहीं भांप पाए।
ये पहली बार नहीं हुआ जब प्रतिभा सिंह और विक्रमादित्य सिंह ने नाराजगी जाहिर की हो। इससे पूर्व भी वे कई बार बता चुके हैं। बावजूद इसके सुक्खू ने ये सब नजरंदाज किया। भरे मंच से सीएम सुक्खू यही कहते रहे कि पार्टी और संगठन में अच्छा तालमेल है।
ये उथल पुथल तब से ही शुरू हुई जब प्रदेश में राज्यसभा के चुनाव हुए, जिसमें कांग्रेस प्रत्याशी की हार हुई। इस चुनाव के बाद पार्टी में हो रही वरिष्ठ कार्यकर्ताओं की अनदेखी जगजाहिर हो गई है।
केंद्र की ओर से भेजे गए ऑब्जर्वर भी पार्टी की अंतर्कलह को सही नहीं कर पाए। इसके बाद ना तो बागी विधायकों की वापसी का कुछ हुआ और ना ही मंत्रिमंडल के मंत्रियों का।
डेमेज कंट्रोल के लिए अब प्रतिभा सिंह और विक्रमादित्य सिंह खेमे को मनाने की खूब कोशिश की जा रही है। नाराजगी चरम पर आते देख सुक्खू ने रामपुर से विधायक नंद लाल को सातवें राज्य वित्त आयोग का चेयरपर्सन बनाते हुए कैबिनेट मंत्री तक का दर्जा दे डाला।
अब देखना यह है कि क्या इस नियुक्ति से नाराज कार्यकर्ताओं का रोष दूर हो सकेगा। कुछ भी हो हिमाचल की राजनीति में खूब गर्मी आ गई है।
उधर विक्रमादित्य सिंह दिल्ली दौरे पर हैं। अब सबकी निगाहें उनके दिल्ली से हिमाचल लौटने पर लगी है।