- पशुओं को लावारिस छोड़ने पर हो सकती है तीन माह की सजा
आपकी खबर, करसोग। 2 मई
करसोग में लावारिस पशुओं की समस्या के समाधान के लिए एसडीएम करसोग राजकुमार की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में पशुपालन विभाग और नगर पंचायत करसोग के अधिकारियों ने भाग लिया।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए एसडीएम ने कहा की लोगों द्वारा छोड़े जाने वाले लावारिस पशु दिन-प्रतिदिन गंभीर समस्या बन रहे है। इनका समाधान करना आवश्यक है। एसडीएम ने कहा कि सड़कों पर समस्या बन रहे पशुओं को पकड़ कर गौ सदनों में भेजना सुनिश्चित किया जाए। इस संबंध में, उन्होंने पशु पालन विभाग और नगर पंचायत के अधिकारियों को आवश्यक कदम उठाने के भी निर्देश दिए।
उन्होंने कहा की लोगों द्वारा खुले में छोड़े गए लावारिस पशु सड़क पर घूमते रहते है, जिससे यातायात बाधित होने की समस्या के साथ-साथ दुर्घटना की आशंका भी बनी रहती है। इसके अतिरिक्त, लावारिस पशु नगदीं फसलों को भी नष्ट कर रहे है जिससे किसानों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है।
एसडीएम ने लावारिस पशुओं की समस्या के समाधान के लिए पशुपालन विभाग और नगर पंचायत करसोग के अधिकारियों को ऐसे पशुओं को पकड़कर श्री कृष्ण गौ सदन में भेजने के भी निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि यह भी देखा गया है कि लोगों द्वारा अपने पंजीकृत और टैग लगे पशुओं को भी छोड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलांे में पशु मालिकों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई भी अमल में जा सकती है। उन्होंने कहा टैग लगे व अन्य पशुओं को लावारिस छोड़ना कानून के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में पशु मालिक को कानून के अनुसार तीन माह की सजा और जुर्मानें का भी प्रावधान है। उन्होंने क्षेत्र के लोगों से आहवान किया है कि वे अपने पालतु पशुओं को लावारिस न छोड़ें बल्कि उनकी घर गांव में ही उचित देखभाल कर पशुओं से उचित लाभ उठाना सुनिश्चित करें और इन्हें अपनी आर्थिकी को सुदृढ़ करने का हिस्सा बनाएं।
बैठक में पशु पालन विभाग के वरिष्ठ पशु चिकित्सक डाॅ. ब्रिज लाल सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।