- हिमाचल में नशे के बढ़ते मामलों पर जिला प्रशासन चिंतित
- उपायुक्त अनुपम कश्यप ने बुलाई जिला स्तरीय नार्को समन्वय केंद्र की बैठक
- बोले, नशे के खिलाफ संवाद अत्यंत आवश्यक
आपकी खबर, शिमला। 22 नवंबर
जिला स्तरीय नार्को समन्वय केंद्र (एनकॉर्ड) की बैठक का आयोजन शुक्रवार को उपायुक्त कार्यालय के बचत भवन सभागार में किया गया। इसकी अध्यक्षता उपायुक्त अनुपम कश्यप ने की।
उपायुक्त ने कहा कि जिला में बढ़ते नशे के चलन पर रोक लगाने के उद्देश्य से सभी विभागीय अधिकारी एवं हितधारक आपस में समन्वय स्थापित कर कार्य करें। बैठक में ड्रग-तस्करी से संबंधित मुद्दों और उनके समाधान पर विस्तृत चर्चा की गई, जिसमें सभी अधिकारियों ने नशे के खिलाफ अपने विस्तृत सुझाव भी दिए।
उन्होंने कहा कि जिला में नशे की रोकथाम के लिए सभी को एकजुटता के साथ एवं संवाद स्थापित कार्य करने की आवश्यकता है। लोगों के बीच इस सन्दर्भ में जागरूकता लाना भी अत्यंत आवश्यक है ताकि बढ़ते नशे के चलन पर काबू पाया जा सके।
उपायुक्त ने शिक्षा विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग की आपस में समन्वय समिति का गठन करने को भी कहा। यह समिति सभी शिक्षण संस्थानों में नशे के खिलाफ एक मुहिम चलाएगी। इसके अतिरिक्त, उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों को जंगलों के माध्यम से की जा रही नशे की तस्करी की जानकारी एकत्रित करने के भी निर्देश दिए ताकि जंगलों के माध्यम से नशे की तस्करी को रोका जा सके। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने नशे के खिलाफ चिकित्सा प्रणाली से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी भी साझा की।
जिला उपायुक्त ने सभी उपमण्डल दण्डाधिकारियों को उपमंडल स्तर पर नशे के खिलाफ मुहिम चलाने के निर्देश दिए।
बैठक में पुलिस अधीक्षक शिमला संजीव कुमार गांधी ने जिला शिमला में पुलिस विभाग द्वारा नशे के खिलाफ किये जा रहे कार्यों से अवगत करवाया।
इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त अभिषेक वर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नवदीप सिंह, जिला से समस्त उपमंडल दण्डाधिकारी, डीएसपी, डीएफओ, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जिला कल्याण अधिकारी सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।