आपकी खबर, शिमला। 24 दिसंबर
हिमाचल के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धनीराम शांडिल ने डॉ. भीमराव अंबेडकर पर की गई अपमानजनक टिप्पणी को अशोभनीय करार दिया है। वे मंगलवार को शिमला में पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं को अपने पद की गरिमा बनाए रखते हुए डॉ. अंबेडकर के बारे में बोलते हुए मर्यादित शब्दों का प्रयोग करना चाहिए और जनभावनाओं को ध्यान में रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि डॉ. भीमराव अंबेडकर भारत का गौरव हैं और उनके प्रति असभ्य बयानबाजी को देश की जनता न तो स्वीकार करेगी न ही कभी भुलाएगी। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि यह न केवल डॉ. अंबेडकर का अपमान है, बल्कि भारत के संविधान का भी अपमान है। ऐसी सोच यह स्पष्ट करती है कि वह स्वयं को संविधान से बढ़कर समझते हैं। उन्होंने कहा कि संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति का आचरण संयमित होना चाहिए और अपने विचारों तथा भाषा में सयंम और सावधानी बरतनी चाहिए।
प्रदेश में प्रदान की जा रही स्वास्थ्य सेवाओं पर डॉ. शांडिल ने कहा कि प्रदेश के 68 विधानसभा क्षेत्रों सहित कुल 69 स्थानों में राज्य सरकार आदर्श स्वास्थ्य संस्थान खोल रही है। प्रदेश में 49 आदर्श स्वास्थ्य संस्थान खोले जा चुके हैं और प्रत्येक संस्थान में चार से छः विशेषज्ञ चिकित्सक नियुक्त किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि इन सभी संस्थानों में विश्वस्तरीय अत्याधुनिक स्वास्थ्य उपकरण सहित पर्याप्त स्टाफ की सुविधा प्रदान की जा रही है। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य संस्थानों में विशेषज्ञ चिकित्सकों, नर्सों और पैरामेडिकल स्टाफ के हजारों पद भरे जा रहे हैं। इनमें 200 पद चिकित्सकों के शामिल हैं। शीघ्र ही यह भर्ती प्रक्रिया पूरी की जाएगी और इन चिकित्सकों एवं पैरामेडिकल स्टाफ की नियुक्ति से स्वास्थ्य सेवाएं और अधिक सुदृढ़ होंगी।
उन्होंने कहा कि सभी अस्पतालों में निःशुल्क दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए प्रदेश सरकार निर्बाध खरीद एवं वितरण प्रक्रिया को अपनाएगी। प्रदेश सरकार एम्स, पीजीआई और अन्य वैश्विक स्तर के स्वास्थ्य संस्थानों की तर्ज पर प्रदेश के अस्पतालों में आधुनिक स्वास्थ्य उपकरण उपलब्ध करवा रही है तथा अस्पतालों में चिकित्सक और नर्सों का उचित अनुपात सुनिश्चित करेगी। इससे प्रदेश के लोगों को उपचार के लिए बाहर जाने की आवश्यकता नहीं रहेगी और घर-द्वार के समीप उत्कृष्ट स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित की जाएंगी।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य संस्थानों के लिए अत्याधुनिक उपकरणों की खरीद प्रक्रिया जारी है और 6 से 8 महीनों के भीतर सभी अस्पतालों में यह उपकरण उपलब्ध होंगे। आईजीएमसी शिमला और डॉ. राजेन्द्र प्रसाद चिकित्सा महाविद्यालय टांडा में पैट स्कैन की सुविधा उपलब्ध करवाई गई है जिससे कैंसर रोगियों को परीक्षण के लिए प्रदेश के बाहर मंहगे अस्पतालों में नहीं जाना पड़ेगा। हमीरपुर में कैंसर का उत्कृष्ट केंद्र स्थापित किया जा रहा है तथा आईजीएमसी शिमला में कैंसर अस्पताल भवन और ट्रॉमा सेंटर लोगों को समर्पित किए जा चुके हैं। राज्य सरकार प्रदेश के कैंसर मरीजों को निःशुल्क ईलाज व दवाइयां प्रदान कर रही है।