- केंद्रीय विश्वविद्यालय में दिव्यांग शिक्षक पर तेज़धार हथियार से हमला
- हमला करने वाला आरोपी एबीवीपी का राज्य उपाध्यक्ष
- एनएसयूआई ने की एफआईआर और आरोपी की सीयू से बर्खास्तगी की मांग
आपकी खबर, शिमला। 23 मई
केंद्रीय विश्वविद्यालय, धर्मशाला में समाजशास्त्र विभाग के सहायक प्रोफेसर विश्व मोहन पर शारीरिक हमला किए जाने की घटना ने सभी को स्तब्ध कर दिया है। शिकायतकर्ता दिव्यांग शिक्षक विश्ववमोहम के अनुसार इस शर्मनाक घटना में हिमाचल केंद्रीय विश्वविद्यालय के अकादमिक डीन प्रो. प्रदीप कुमार, प्रो. सूर्य रश्मि रावत, प्रो. प्रदीप नायर और प्रो. सुनील कुमार शामिल हैं।
गौरतलब हैं कि विश्ववमोहन एक दिव्यांग शिक्षक हैं और उन्होंने 22 मई को पुलिस स्टेशन धर्मशाला में शिकायत दर्ज कराई कि उन्हें एक जांच के बहाने बुलाया गया था। धर्मशाला स्थित कार्यालय में प्रो. प्रदीप कुमार ने उनके साथ गाली गलोच व अभद्र भाषा का उपयोग किया और विकलांगता सम्बंधित अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया। प्रो. प्रदीप कुमार ने बैठक के दौरान उनके साथ शारीरिक हमला किया और तेज़धार हथियार से उनपर हमला किया और उन्हें धमकी दी कि अगर उन्होंने पुलिस में शिकायत की तो उन्हें निलंबित कर दिया जाएगा।
वहीं एनएसयूआई ने इस घटना की कड़ी निंदा की है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। एनएसयूआई राज्य अध्यक्ष छत्तर ठाकुर ने मांग की है कि आरोपी प्रोफेसरों के खिलाफ तत्काल एफआईआर दर्ज की जाए और उन्हें विश्वविद्यालय से बर्खास्त किया जाए। छतर ठाकुर ने आरोप लगाया कि भाजपा के केंद्रीय नेता के दबाव में पुलिस इस सम्बन्ध में एफआईआर दर्ज नहीं कर रही।
शर्मनाक यह हैं कि यह पहली बार नहीं है जब हिमाचल केंद्रीय विश्वविद्यालय प्रशासन ने गंभीर मामलों को नज़रअंदाज किया है। हाल ही में होली के दौरान एक अन्य प्रोफेसर पर एक छात्रा के साथ बलात्कार करने का आरोप लगा था, लेकिन प्रशासन ने उस पर भी कोई कार्रवाई नहीं की। एनएसयूआई यह स्पष्ट करना चाहती है कि इस तरह की घटनाएं अस्वीकार्य हैं और किसी भी प्रकार के अन्याय के खिलाफ हमारी लड़ाई जारी रहेगी। हम न्याय के लिए अडिग हैं और किसी भी दबाव के आगे नहीं झुकेंगे।