आपकी खबर, शिमला।
नीति आयोग ने पहला सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) शहरी सूचकांक और डैशबोर्ड (2021-22) जारी किया है, जिसमें शिमला शहर देशभर में शीर्ष स्थान पर रहा है। इस सूचकांक में सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरणीय मापदंडों पर नीति आयोग द्वारा 56 शहरों का मूल्यांकन किया गया है। शहरी क्षेत्रों में शीर्ष दस में शिमला को 100 में से 75.50 अंकों के साथ श्रेष्ठ स्थान मिला है। शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने बताया कि भारत की अधिकांश आबादी गांवों में बसती है, लेकिन देश के विकास में शहरों का भी अहम योगदान है। उन्होंने कहा कि नीति आयोग ने ‘इंडो-जर्मन डेवलपमेंट कोऑरपरेशन’ के तहत जीआईजेड और बीएमजेड के साथ मिलकर एसडीजी शहरी सूचकांक और ताजा जानकारी के लिए ‘डैशबोर्ड’ विकसित किया है। शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि यह आंकड़े आधिकारिक स्रोतों जैसे एनएफएचएस (नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे), एनसीआरबी (राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो), यू-डीआईएसई (शिक्षा के लिये एकीकृत जिला सूचना प्रणाली), विभिन्न मंत्रालयों के पोर्टल और अन्य सरकारी स्रोतों से प्राप्त हुए हैं। 56 शहरों में 44 शहर ऐसे हैं, जिनकी आबादी 10 लाख से ज्यादा है। वहीं, 12 राज्यों की राजधानियां भी इसमें शामिल की गई थीं, जिनकी आबादी दस लाख से कम है। इसके तहत कुल 46 लख्य तय किए गए और मूल्यांकन के लिए 77 संकेतक थे।