आपकी खबर, शिमला।
केंद्र व राज्य सरकारों द्वारा “राष्ट्रीय जल जीवन मिशन” के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में उन समस्त लोगों तक नल के माध्यम से जल पहुंचाने का बीड़ा उठाया गया है जिनके पास या तो नल से पानी नहीं आता था या पेयजल से वंचित थे। इसके लिए गांव-गांव में पाईप के माध्यम से जल को घर-घर तक पहुंचाया जाएगा। इस कार्य हेतु ग्रामीणों को जागरुक एवं प्रशिक्षित होना आवश्यक है। यही कार्य आईआईआरडी को सौंपा गया है। यह जानकारी आईआईआरडी के प्रबंध निदेश डॉ. एलसी शर्मा ने शिमला में जारी प्रैस बयान के माध्यम से दी है।
जल जीवन मिशन के तहत हिमाचल प्रदेश में भी युद्धस्तर पर काम किया जा रहा है। इसके मद्देनजर इस मिशन की जानकारी, जागरुकता एवं प्रशिक्षण आम ग्रामीणों को होना आवश्यक है। यह ज़िम्मा हिमाचल प्रदेश में अभी सामाजिक सेवा एवं तकनीकि प्रशिक्षण में अव्वल में तत्पर संस्था आईआईआरडी को सौंपा गया है। आरंभिक स्तर पर यह कार्य ज़िलों की पंचायतों से होगा जिसमें प्रत्येक पंचायत से संबन्धित युवा, महिला मंडल, स्वयं सहायता समूह एवं पंचायत प्रतिनिधि की एक चयनित सीमित संख्या होगी।
इसकी शुरुआत जनवरी 2022 से मंडी और शिमला ज़िले से की जा रही है। संस्था उन लोगों को प्रशिक्षित कर उन्हें इस मिशन के बारे में जागरूक करेगी साथ ही किस प्रकार इस योजना का दूरगामी लाभ प्राप्त किया जा सकता है, इस पर भी प्रशिक्षण दिया जाऐगा। किस प्रकार इस योजना के अंतर्गत पानी का संरक्षण हो, स्वच्छ जल की उपलब्धता एवं सुनिश्चितता बनाई जा सकती है इस पर भी जागरुक करेगी। इसके लिए संस्था इनडोर, आउटडोर प्रशिक्षण भी देगी।
संस्था के अनुसंधान व्यक्तियों के अलावा जल मिशन एवं अन्य संबन्धित विभागों के अधिकारी भी इस प्रशिक्षण का हिस्सा होंगे ताकि हर पहलु पर संपूर्ण जानकारी प्राप्त हो सके। हिमाचल में इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में इंजीनियर जेएस चौहान, निदेशक, डब्लयू एस एस ओ/एस डब्ल्यु एसएम जल शक्ति विभाग, कंचन शर्मा, ई ई , ई. दीपक अग्रवाल इसमें सहयोग करेंगे। मंडी में विकास कपूर, अधिशासी अभियंता और प्रशिक्षण प्रमुख आईआईआरडी के साथ सहयोग में रहेंगे। शिमला में आईआईआरडी कांप्लैक्स, शनान में तथा मंडी में ढांगसी धार मंडी में प्रशिक्षण केन्द्र में प्रशिक्षण दिया जाऐगा । राष्ट्रीय जल जीवन मिशन के तहत केन्द्र सरकार, राज्य सरकार एवं विभाग इस प्रशिक्षण कार्यक्रम को सार्थक बनाने के लिए भरसक प्रयास कर रहा है जिसे संस्था द्वारा मुक्कमल किया जाऐगा।
संस्था के प्रबंध निदेशक डॉ. एलसी शर्मा ने बताया कि यह मिशन भारत सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट है। यदि इसकी सफलता सिरे चढ़ती है तो देश में यह एक क्रांति से कम नहीं होगा, लेकिन यहां आम नागरिकों की जिम्मेवारी अधिक हो जाती है। पानी तो नल के माध्यम से घर तक आ जाऐगा उसके बाद उसे किस प्रकार उपयोग में लानाहै ताकि भविष्य में जल संकट न हो और आने वाली पीढ़ी को भी इसका लाभ मिले, यह चिंतन और समझ पैदा करना प्राथमिकता होगी।