राजनीति

भारत में कोविड वैक्सीनेशन का एक वर्ष : विश्व का सबसे बड़ा और सबसे तेज टीकाकरण अभियान : भाजपा

  • बोले – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में संभव हुआ पहाड़ सा लक्ष्य
  • वैज्ञानिकों, उद्यमियों, फ्रंटलाइन वर्कर्स और हेल्थ वर्कर्स के एकजुट प्रयास से भारत ने वैक्सीनेशन के क्षेत्र में एक नया अध्याय लिखा
  • करीब 66 करोड़ लोग पूरी तरह से वैक्सीनेटेड हैं। 91 करोड़ लोगों को फर्स्ट डोज लगाई गई

आपकी खबर, शिमला।

भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी राकेश शर्मा एवं सह प्रभारी कर्ण नंदा ने कहा कि ठीक एक साल पहले, भारत ने भयंकर कोविड महामारी के बीच अपने 135 करोड़ से अधिक लोगों को टीका लगाने की कठिन यात्रा शुरू की थी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व में असंभव सा लगने वाला कार्य संभव हुआ, इस कार्य के लिए पूरी दुनिया ने मुक्त कंठ से हमारी सराहना की। ये  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हैं जिनके नेतृत्व में हमारे वैज्ञानिकों, उद्यमियों, फ्रंटलाइन वर्कर्स और हेल्थ वर्कर्स के एकजुट प्रयास से भारत ने वैक्सीनेशन के क्षेत्र में एक नया अध्याय लिखा है।
भाजपा नेताओं ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी तमाम मुश्किलों पर विजय प्राप्त करते हुए दुनिया के सबसे बड़े और सबसे तेज टीकाकरण के लिए  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को साधुवाद देती है और हमारे वैज्ञानिकों, उद्यमियों, फ्रंटलाइन वर्कर्स और हेल्थ वर्कर्स के अतुलनीय परिश्रम की पराकाष्ठा को नमन करते हुए उन्हें बधाई देती है।
उन्होंने कहा कि देश में कोरोना वैक्सीनेशन ड्राइव का एक साल 16 जनवरी पूरा हो गया, अब तक 157 करोड़ से अधिक वैक्सीन डोज एडमिनिस्टर हो गए हैं, आज लगभग 66 करोड़ लोग पूरी तरह से वैक्सीनेटेड हैं। 91 करोड़ लोगों को फर्स्ट डोज लगाया जा चुका है।
उन्होंने कहा कि पिछले साल 2021 के जनवरी महीने की 16 तारीख को कोरोना टीकाकरण अभियान की शुरुआत की गई थी। इसका मतलब हर दिन औसतन 43 लाख डोज लगाई गई।
उन्होंने कहा कि 76 करोड़ से अधिक महिलाओं को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। ग्रामीण इलाकों में कोविड टीकाकरण केंद्रों में 99 करोड़ डोज दी गई । इसके अलावा 3 लाख 69 हजार से ज्यादा वैक्सीन की डोज ट्रांसजेंडर्स को लगाई गई। इसके साथ ही, फ्रंटलाइन वर्कर्स, स्वास्थ्यकर्मी और 60 से ऊपर के बुजुर्गों को बूस्टर डोज भी लगने लगी है। अब तक 67 लाख से ज्यादा ऐसे लोगों को वैक्सीन लगाई गई है जिनके पास पहचान पत्र नहीं था। जेल में अब तक 6 लाख से ज्यादा कैदियों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। वहीं आदिवासी जिलों में 11 करोड़ से अधिक लोगों को कोरोना का टीका लगाया जा चुका है। वहीं नियर टू होम कोविड वैक्सीनेशन सेंटर्स के दौरान 40 करोड़ से अधिक वैक्सीन डोज दी गई । 15 से 17 साल के बच्चों के लिए वैक्सीनेशन शुरू होने के बाद पहले 10 दिनों के अंदर 3 करोड़ से अधिक बच्चों को पहली डोज लगाई गई। अब तक 15 से 17 साल के 3.31 करोड़ बच्चों को पहली डोज लगाई जा चुकी है।
उन्होंने कहा अभियान के लिए सितंबर का महीना सबसे अच्छा रहा था, जिसमें करीब 24 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाई गई थी। 1 दिसंबर से रोजाना औसतन 68 लाख लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है। पिछले साल 25 करोड़ वैक्सीन 36 दिनों के रिकॉर्ड समय में लगाए गए थे।

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