आपकी खबर, शिमला।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अपना पांचवां और अंतिम बजट 2022-23 पेश किया। इस बजट में मुख्यमंत्री ने हर वर्ग का ख्याल रखा है। विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों के विकास की ओर अधिक ध्यान दिया है। स्कूली छात्रों से लेकर बुजुर्गों तक सभी वर्गों को नई योजनाएं चलाने की भी घोषणा की गई है।
संक्षेप में जानते हैं किस वर्ग को क्या मिला।
- आंगनाबाड़ी कार्यकताओं को 9000 रुपये प्रतिमाह मानदेय।
- मिनी आंगनाबाड़ी कार्यकताओं को 6100 रुपये प्रतिमाह मानदेय।
- आंगनाबाड़ी सहायिका को 4700 रुपये प्रतिमाह मानदेय।
- आशा वर्कर्स को 4700 रुपये प्रतिमाह मानदेय।
- सिलाई अध्यापिकाओं को 7950 रुपये प्रतिमाह मानदेय।
- मिड डे मील वर्कर्स को 3500 रुपये प्रतिमाह मानदेय।
- वाटर कैरियर शिक्षा विभाग 3900 रुपये प्रतिमाह मानदेय।
- जल रक्षक को 4500 रुपये प्रतिमाह मानदेय।
- जलशक्ति मल्टी पर्पज वर्कर्स 3900 रुपये प्रतिमाह मानदेय।
- पैरा फिटर, पंप ऑपरेटर को 5550 रुपये प्रतिमाह मानदेय।
- दिहाड़ीदारों को दिहाड़ी 50 रुपये बढ़ाई।
- आउटसोर्स को अब न्यूनतम 10500 प्रति माह मिलेंगे।
- पंचायत चौकीदार को 6500 रुपये प्रति माह।
- राजस्व चौकीदार को 5000 रुपये प्रति माह।
- राजस्व लंबरदार को 3200 रुपये प्रति माह।
- एसएमसी का मानदेय 1000 रुपये प्रतिमाह बढ़ाने की घोषणा, यथावत सेवाएं जारी रहेंगे। इन्हें नहीं हटाया जाएगा। नीति बनाने पर विचार होगा।
- आईटी टीचर को 1000 रुपये प्रतिमाह बढ़ाने की घोषणा।
- एसपीओ को 900 रुपये प्रतिमाह बढ़ाने की घोषणा, आदि शामिल हैं।