- हिमाचल में 5 से 33 तो पंजाब में 45 से 80 रुपये सीमेंट महंगा
- हिमाचल में सबसे कम बढ़ोतरी, सरकार का कड़ा रवैया बताया जा रहा कारण
आपकी खबर, शिमला।
सीमेंट उत्पादक कंपनियों ने सीमेंट के दाम में बढ़ोतरी की है। हिमाचल के मुकाबले पंजाब में सीमेंट के दामों में बड़ी बढ़ोतरी हुई है। हिमाचल में सीमेंट कंपनियों अल्ट्राटेक, अंबुजा और एसीसी ने 5 रुपये से लेकर 33 रुपये की बढ़ोतरी की है, जबकि पंजाब में तीनों कंपनियों ने 30 रुपये से लेकर 80 रुपये प्रति बैग तक की बढ़ोतरी की है। हिमाचल में कंपनियों ने सीमेंट के दामों में सबसे कम बढ़ोतरी की है। बताया जा रहा कि हिमाचल में सीमेंट के दाम में अन्य राज्यों के मुकाबल कम बढ़ोतरी का कारण सरकार का कड़ा रवैया है।
हिमाचल प्रदेश के पांवटा साहिब में उक्त तीनों कंपनियों ने सीमेंट के प्रति बैग में 5 रुपये से लेकर 15 रुपये तक बढ़ाए हैं। यहां सीमेंट का बैग 410 से 415 रुपये मिल रहा है। इसके अलावा बिलासपुर जिला में भी तीनों कंपनियों के सीमेंट 18 से 25 रुपये की बढ़ोतरी की गई है। हमीरपुर में 19 से 25 रुपये की बढ़ोतरी हुई है। यहां उक्त सीमेंट कंपनियों का सीमेंट 434 से 445 रुपये प्रति बैग मिलेगा। इसी तरह कांगड़ा में 455 से 460 रुपये प्रति बैग सीमेंट मिलेगा। कांगड़ा में अल्ट्राटेक कंपनी ने सीमेंट बैग में 33 रुपये की बढ़ोतरी की है। इसके अलावा दोनों कंपनियों भी दाम बढ़ाए हैं, लेकिन दोनों कंपनियों ने पहले ही मार्केट में रणनीति के लिहाज से काफी कम दाम रखे थे।
हिमाचल के मुकाबले पंजाब में सीमेंट में 45 से 80 रुपये प्रति बैग की बढ़ोतरी की गई है। पंजाब के भरतगढ़ में तीनों कंपनियों ने एक समान 80 रुपये प्रति बैग की बढ़ोतरी की है। इसके अलावा हिमाचल के साथ लगते नंगल में भी तीनों कंपनियों ने सीमेंट के दाम में 40 से 60 रुपये की बढ़ोतरी प्रति बैग की है। पंजाब के तलवाड़ा में भी सीमेंट कंपनी ने 60 रुपये तक की बढ़ोतरी की है।
दरअसल सीमेंट कंपनी की ओर से बढ़ाए जाने वाले दाम को लेकर पहले से ही हिमाचल सरकार सख्त रवैया रहता है। हिमाचल सरकार अपने क्षेत्र में उद्योग के होने की बात कहती है। हिमाचल में उद्योग होने की वजह से यहां की आबो हवा पर इसका असर पड़ता है। सूत्रों का कहना है कि यही वजह रही है कि हिमाचल में सबसे कम दाम बढ़ाए गए हैं।
- रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते बढ़ रहे दाम
रूस और युक्रेन के बीच एक महीने से ज्यादा समय से युद्ध चल रहा है। ऐसे में अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में भी काफी ज्यादा बढ़ोतरी हुई है। जबकि दुनिया और भारत में खपत ज्यादा है। डिमांड के मुताबिक सप्लाई नहीं आ रही है।
- सीमेंट उद्योग में बड़े पैमाने पर होती है खपत
सीमेंट की ढुलाई और उत्पादन पर बड़े पैमाने पर पेट्रोल और डीजल की खपत होती है। यही वजह है कि दामों में बढ़ोतरी हुई है। इसके बावजूद अन्य राज्यों की तुलना में हिमाचल में बढ़ोतरी कम हुई है।