राजनीति

सुक्खू के ‘व्यवस्था परिवर्तन’ वाले ब्यान पर भाजपा का तंज

 

  • बोले, क्या ‘गांधी परिवार’ से कांग्रेस को मुक्त करवाने की ‘व्यवस्था परिवर्तन’ करवा रहे सुक्खू?: नादौन भाजपा

 

आपकी खबर, नादौन। 

 

नादौन मंडल भाजपा एवं ओबीसी इकाई ने स्थानीय कांग्रेस विधायक सुखविंद्र सिंह सुक्खू के उस बयान की खिल्ली उड़ाई है, जिसमें उन्होंने कांग्रेस द्वारा व्यवस्था परिवर्तन की लड़ाई लड़ने की बात कही थी। भाजपा नेताओं ने सुक्खू पर तंज कसते हुये आरोप लगाया कि जो पार्टी सात दशक बाद भी एक परिवार की गुलामी से मुक्त नहीं हो पाई है उस पार्टी के लोकल नेता से व्यवस्था परिवर्तन की बातें सुनना महज एक छलावा है।

 

नादौन मंडल भाजपा नेताओं ज़िला परिषद आशीष डोगरा, इंदु बाला, ओबीसी मोर्चा भाजपा अध्यक्ष सुरेश चौधरी, महामंत्री पवन, हरजिंदर कुमार,राजिंदर कुमार,रीमा धीमान, सुनील धीमान आदि ने एक सुर में कांग्रेस विधायक सुखविंद्र सिंह सुक्खू को कांग्रेस ओबीसी समारोह में इस तरह की ब्यानबाजी पर लताड़ लगाते हुये कहा कि जिस नेता ने विधायक बनने के बाद साढ़े चार तक जनता की कोई खैर खबर नहीं ली वो अब चुनावी बेला पर नये-नये शोशे उछाल कर जनता को बरगलाने में जुट गया है। उन्होंने कहा कि उक्त कांग्रेसी नेता के समर्थक कभी सुक्खू को अगला मुख्यमंत्री बताकर जनता को गुमराह करने के ड्रामे रचने लगे हैं, कभी कोई और नया शोशा छोड़ देते हैं।

उन्होंने कहा कि जो जननेता सच्ची लगन एवं ईमानदारी से जनता की सेवा करता है उन्हें ऐसे शोशेबाजी नहीं करनी पड़ती। भाजपा नेताओं ने कहा कि अगर सुखु सच में ही ‘व्यवस्था परिवर्तन’ के इतने हिमायती हैं तो उन्हें इसकी शुरुआत कांग्रेस के भीतर से ही करनी होगी तथा ‘सोनिया एंड फैमिली’ से कांग्रेस को मुक्त करने के लिये अपनी ही पार्टी के आनन्द शर्मा जैसे वरिष्ठ जी-23 नेताओं का खुलकर समर्थन करना चाहिए। पार्टी के भीतर से ही ‘व्यवस्था परिवर्तन’ की असली शुरुआत हो सकती है।

 

नादौन मंडल के ओबीसी नेताओं ने सुक्खू से सवाल किया है कि काँग्रेस के सबसे बड़े ओबीसी लीडर दिवंगत एनसी पराशर की पुण्यतिथि पर सेरा में आयोजित कार्यक्रम में शिरकत नहीं करके उन्होंने ओबीसी समुदाय को जो सन्देश दे दिया है उसे यह समुदाय समय आने पर माकूल जबाब देगा। उन्होंने कहा कि उस दिन सुखु नादौन क्षेत्र में होने के वावजूद इस श्रद्धांजलि समारोह में नहीं गये और आज ये खुद को ओबीसी वर्ग का हितैषी बनने का नाटक रचने लगे हैं। उन्होंने कहा कि पब्लिक डोमेन में कोई भी लीडर फेब्रिकेटेड डायलॉग से अपनी छवि नहीं बना सकता बल्कि उसके लिये उसे जमीनी हकीकत को स्वीकारना पड़ता है। उन्होंने कहा कि सुखु की इन सारी हरकतों पर यहां की जनता बड़ी पैनी नज़र बनाये हुये है और इस बार के चुनावों में उन्हें ऐसा सबक मिलेगा जो पड़ोसी राज्य पँजाब के भी सारे रिकॉर्ड तोड़ देगा।

 

उन्होंने सुक्खू को नसीहत दी है कि वो जनता को बरगलाने की बजाय अपने पिछले साढ़े चार तक लापता रहने का श्वेतपत्र जनता के बीच प्रस्तुत करें ताकि उनकी असलियत सामने आ सके।

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