- सोटो व ननखड़ी एसोसिएशन ने आयोजित किया जागरूकता शिविर
आपकी खबर, शिमला।
शिमला के रिज मैदान पर बुधवार को स्टेट ऑर्गेनाइज ट्रांसप्लांट ऑर्गेनाइजेशन (सोटो) हिमाचल प्रदेश व ननखड़ी स्टूडेंट वेलफेयर एसोसिएशन की ओर से रक्तदान व अंगदान के विषय पर शिविर आयोजित किया गया। इसमें 34 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया।कार्यक्रम में मुख्या तिथि रहे कामगार कल्याण बोर्ड खलीनी के एचएस अधिकारी घनश्याम चंद सहित विशेष अतिथि व कमला नेहरू अस्पताल के एमएस डॉ रविंद्र मोक्टा, डीन फैकल्टी ऑफ सोशल साइंस एचपीयू प्रोफेसर ममता मोक्टा, व्यापार मंडल शिमला के पूर्व अध्यक्ष इंद्र जीत सिंह, अर्की के पूर्व विधायक गोविंद राम शर्मा सहित 31 लोगों ने अंगदान करने की शपथ ली
सोटो की टीम ने लोगों को जागरूक करते हुए कहा कि जीते जी व्यक्ति रक्तदान और मरने के बाद अंग दान कर सकता है। अंगदान के लिए शपथ लेने की प्रक्रिया पूरी तरह निशुल्क है। मरने के बाद एक व्यक्ति आठ लोगों का जीवन बचा सकता है। देश में हर साल 5 लाख से अधिक लोग ऑर्गन फैलियर के कारण दम तोड़ देते हैं, ऐसे में अंगदाता इन मरीजों के लिए वरदान साबित हो सकते हैं।
व्यक्ति की मृत्यु दो तरह से होती है। एक ब्रेन डेथ तो दूसरी कार्डियक डेथ। ब्रेन डेथ के तहत मरीज के दिमाग के सभी फंक्शन काम करना बंद कर देते हैं। यह मरीज पूरी तरह वेंटिलेटर पर निर्भर रहता है जहां उसे आर्टिफिशियल तरीके से ऑक्सीजन उपलब्ध कराई जाती है और उसके शरीर के बाकी ऑर्गन काम कर रहे होते हैं।
अधिकतर हेड इंजरी और ब्रेन ट्यूमर के मरीजों के साथ यह स्थिति बनती है। इस स्थिति में मरीज के सभी ऑर्गन दान किए जा सकते हैं। वहीं दूसरी तरफ कार्डियक डेट में हॉट पंप करना बंद कर देता है। शरीर में रक्त संचार होना बंद हो जाता है और शरीर के ऑर्गन भी करना बंद कर देते हैं। स्थिति में अंगदान संभव नहीं होता। ।कार्यक्रम में स्टूडेंट एसोसिएशन की अध्यक्ष क्वीन चौहान, रितु खूंद, सचिन, रजनी, सोनिका अंजलि, छाया, प्रीति, प्रियाशी, सिमरन उपस्थित रही। वहीं सोटो के ट्रांसप्लांट कॉर्डिनेटर नरेश , आईजीएमसी के ब्लड बैंक से डॉ ऋषि ठाकुर, राजन भीमटा, चुन्नीलाल और नोख राम मौजूद रहे।