- नाथपा झाकड़ी हाइड्रो पॉवर स्टेशन ने रक्तदान –महादान में भी तोडा अपना ही पुराना रिकॉर्ड
आपकी खबर, झाकड़ी।
निगम के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नन्द लाल शर्मा का मानना है कि निगम ऊर्जा उत्पादन के साथ-साथ राष्ट्रहित में अपना सहयोग प्रदान करें और अतुल्य @ 35 एसजेवीएन के अवसर पर सभी अधिकारी/कर्मचारी हर क्षेत्र में अपना सर्वोत्तम दे।
इसी कड़ी में उन्होंने सन्देश दिया कि रक्तदान एक ऐसा माध्यम है जो मनुष्य को मनुष्य से जोड़कर समाज से जोड़ता है और किसी के जीवन का एक जरिया बन जाता है। नाथपा झाकड़ी हाइड्रो पॉवर स्टेशन में 27 सितंबर को रक्तदान शिविर का आयोजन किया।
गौरतलब है कि परियोजना हर वर्ष रक्तदान शिविर का आयोजन करती आ रही है, जिसका मुख्य उद्देश्य समाज में जरूरत मंदों को रक्त की कमी न हो और आपातकालीन स्थिति में मानव के अनमोल जीवन को बचाया जा सके।
निगम के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नन्द लाल शर्मा के सन्देश से प्रोत्साहित होके आयोजन समिति सदस्यों ने “ चलो करें हम रक्तदान, और बनें देश का हम अभिमान “ स्लोगन को मन में बैठा कर लोगो को रक्तदान का महत्त्व बतलाया और रक्तदान-महादान शिविर में भाग लेने एवं स्वेच्छा से रक्तदान करने का आवाहन किया।
पूर्ण लगन से की गयी मेहनत द्वारा नाथपा झाकड़ी हाइड्रो पावर स्टेशन ने इस शिविर में अपने सारे पुराने रिकॉर्ड तोड़कर एक नया आयाम स्थापित कर दिया। इस शिविर में परियोजना द्वारा 302 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया। यह शिविर आईजीएमसी- शिमला के माध्यम से संपन्न हुआ, एकत्रित रक्त आईजीएमसी- शिमला के ब्लड बैंक को सौप दिया, जहाँ आईजीएमसी- शिमला के अधिकारियों ने हर्षित होकर बताया कि इस रक्तदान शिविर में सर्वाधिक यूनिट रक्त एकत्रित किया गया जो कि हिमाचल प्रदेश में अब तक हुए रक्तदान शिवरों में सर्वाधिक है।
परियोजना द्वारा किया गया बेहतरीन प्रयास जिसमे 302 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया, निगम के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नन्द लाल शर्मा के विज़न और अतुल्य @ 35 एसजेवीएन को सार्थक सिद्ध करता पाया गया, निकट भविष्य में भी यह परियोजना अपने ही आयामों को तोड़कर नए कीर्तिमान स्थापित करता रहेगा।
शिविर का शुभारम परियोजना प्रमुख रवि चंद्र नेगी द्वारा किया गया, इस अवसर पर प्रवीन सिंह नेगी, मुख्य महाप्रबंधक (मानव संसाधन) जोकि आयोजन के मुख्य संयोजक है, भी सादर उपस्थित रहे।
परियोजना प्रमुख ने इस महादान की सराहना करते हुए, रक्तदाताओं को प्रोत्साहित किया एवं सन्देश दिया। उन्होंने कहा कि इस महादान में सभी को हिस्सा लेना चाहिए। उन्होंने 302 यूनिट रक्तदान के नए रिकॉर्ड के लिए परियोजना के अधिकारी, कर्मचारी उनके परिवार, पंचायत, विस्थापित कल्याण समिति, व्यपार मंडल, शैक्षिक संसथान, अन्य संस्थान, भारत की सुरक्षा एजेंसियो, अनुबंध कर्मचारी सहित अन्य सभी को उनके योगदान के लिए सराहा।