- करसोग का डैमेज कंट्रोल करने में कामयाब रहा जयराम फैक्टर
- भाजपा के बागी युवराज कपूर वापिस लेंगे अपना नामांकन पत्र
आपकी खबर, करसोग।
करसोग विधानसभा क्षेत्र में भाजपा टिकट के आबंटन के बाद पार्टी में उपजे विवाद को रोकने के लिए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को आगे आना पड़ा। करसोग भाजपा का डैमेज कंट्रोल करने में जयराम फैक्टर सौ फीसदी कामयाब भी रहा। चुनाव से पूर्व हुए भाजपा के सर्वे में करसोग के विधायक हीरा लाल को हारता देख भाजपा ने हीरा लाल का टिकट काट कर दीप राज को थमा दिया।
भाजपा के इस निर्णय पर विधायक हीरा लाल सहित अन्य टिकट के दावेदारों ने आपति जताई तथा भाजपा हाईकमान पर टिकट बदलने का दबाब बनाया। जबकि टिकट बदलने के लिए दबाब बनाने वाला पैंतरा उलटा पड़ गया तथा कुछ ही घंटों में सभी टिकट के दावेदार भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में एकजुट हो गए। लेकिन इनमें से ही एक दावेदार भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य तथा अनुसूचित जाति के प्रदेश उपाध्यक्ष युवराज कपूर ने अपने समर्थकों से विचार विमर्श करने के बाद आजाद प्रत्याशी के तौर पर नामांकन दाखिल कर दिया।
पार्टी के खिलाफ चुनाव लडऩे का फैसला लेते ही मंडल भाजपा के कुछ पदाधिकारियों ने भी अपने पदों से इस्तीफा देते हुए आजाद प्रत्याशी के समर्थन में चुनाव प्रचार शुरू कर दिया। ऐसे में चुनाव से ठीक कुछ दिन पहले भाजपा करसोग में दोफाड़ हो गई। अपने ही कार्यकर्ताओं के दोतरफा रास्ते पर बढ़ता देख हार का खतरा भांपते हुए बुधवार सुबह मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, भाजपा सहप्रभारी संजय टंडन के साथ करसोग स्थित कून्हू हेलीपेड हेलीकॉप्टर के माध्यम से पहुंचे।
कून्हू पहुंचने पर उन्होने एक कार्यकर्ता के घर पर पार्टी से नाराज चल रहे युवराज कपूर को समर्थकों सहित पार्टी के लिए कार्य करने व नामांकन पत्र वापिस लेने के लिए राजी कर लिया है। इसकी पुष्टि खुद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने करते हुए कहा कि करसोग में भाजपा एकजुट है तथा युवराज कपूर भी पार्टी हित में नामांकन वापिस ले रहे हैं तथा पहले की ही तरह पार्टी के लिए कार्य करते रहेंगे। युवराज कपूर से जब इस बात को लेकर उनके मोबाईल पर संपर्क किया गया तो उन्होने जबाब नहीं दिया जबकि उनके समर्थकों ने नामांकन पत्र वापिस लेने की बात को स्वीकार किया है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री के वापिस लौटने के बाद युवराज कपूर ने अपने समर्थकों के साथ करसोग में एक बैठक का आयोजन किया जिसमें आपसी विचार विमर्श कर सभी को साथ लेकर चलने की रणनीति बनाई जा रही है।