- नशे के प्रति कुल्लू व भुंतर में लोगों को किया जागरूक
आपकी खबर, कुल्लू।
नई पीढ़ी को नशे से कैसे बचाया जाए, इसके लिए समय समय पर सरकार उचित कदम उठा रही है। अनेक कार्यक्रमों के जरिए भी जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में कुल्लू और भुंतर में कार्यक्रम आयोजित किए गए।
नशीले पदार्थों व मादक द्रव्यों के खिलाफ जिला प्रशासन, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के जिला कल्याण विभाग व सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग कुल्लू के संयुक्त तत्वावधान में चलाये जा रहे जनव्यापी जागरूकता अभियान के दूसरे दिन आज विभाग द्वारा अनुमोदित मन्नत कला मंच के कलाकारों ने ढालपुर व भून्तर में गीत, संगीत व नाटक के माध्यम से जनता को नशे की बुराइयों इसके दुष्प्रभावों व नशा विरोधी कानूनों के बारे विस्तृत जानकारी दी।
मंच के कलाकारों में नवनीत भारद्वाज, खूबराम, गोपाल, मानचंद,चम्पा, मोनिका, आशा शर्मा, हीरा, अशोक ने जहाँ कुल्लवी नाटियों से लोगों का भरपूर मनोरंजन किया वहीं कार्यक्रम में “नशे से मुक्ति” नामक नाटक के माध्यम से लोगों को नशे के दुष्प्रभाव बताते हुए इसके गंभीर परिणामों के बारे विस्तृत जानकारियां दी।
मंच के कलाकारों ने नाटक प्रस्तुत करते हुए नशे से दूर रहने के लिए लोगों का आवाहन किया उन्होंने इस विषय में जानकारी देते हुए बताया कि भारत में प्रतिवर्ष 8 से 9 लाख लोगों की विभिन्न नशों के सेवन से मौत हो जाती हैं,अगले 20 सालों में ये संख्या बढ़कर कई गुणा हो जाएगी। आज जहाँ नशा तंबाकू, शराब, सिगरेट, बीड़ी, गुटका, खैनी आदि विभिन्न रूपों में प्रयोग किया जाता हैं वहीं अब चरस, हेरोइन,चिट्ठा,आदि आधुनिक नशे की ओर हमारे युवा बढ़ते जा रहे है।
तंबाकू के धुएं में 4000 हानिकारक व जहरीले रसायन होते हैं जिनमें निकाटिन, टार, और कार्बन मोनोऑक्साइड सबसे हानिकारक है। उन्होंने बताया कि नशे के सेवन से मुंह, फेफड़े व आंत के कैंसर का खतरा बढ़ जाता हैं,ये दिल के दौरे व सांस की बीमारी का भी कारण बन जाता हैं। उन्होंने लोगों से नशे को छोड़ने का आवाहन किया,इस हेतु सभी जिला अस्पतालों में नशा निवारण केंद्र स्थापित किये गए हैं,तंबाकू छोड़ने के लिए इनकी सेवाएं ली जा सकती हैं।