- OPS : कर्मचारी का एक वर्ग कर रहा आभार रैली की तैयारी तो दूसरा वर्ग प्रदर्शन की, जाने वजह
आपकी खबर, शिमला।
हिमाचल प्रदेश का कर्मचारी का एक वर्ग OPS बहाली को लेकर प्रदेश में आभार रैली की तैयारी कर रहा है तो दूसरा वर्ग सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल खड़ा है। इसकी वजह कर्मचारियों को OPS न मिलना है। बात हिमाचल में सुखविंदर सुक्खू सरकार की करें तो विज्ञापनों और कागजों में OPS को राजस्थान सरकार की तर्ज पर देने का फैसला लिया है, लेकिन वास्त्विकता कुछ और ही है।
निराश कर्मचारियों ने आगामी 25 मई को प्रदर्शन की धमकी भी दे डाली है। हम बात हिमाचल प्रदेश बिजली बोर्ड के कर्मचारियों की कर रहे हैं। ये कर्मचारी पुरानी पेंशन बहाल न होने पर भड़क गए हैं। 25 मई को बोर्ड मुख्यालय कुमार हाउस शिमला में प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है। राज्य सचिवालय में हुई सर्विस कमेटी की बैठक में पुरानी पेंशन बहाली के प्रस्ताव को शामिल नहीं करने पर कर्मचारी यूनियन ने बोर्ड प्रबंधन पर मनमानी करने के आरोप लगाए हैं। यूनियन पदाधिकारियों ने कहा कि अफसरशाही मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू के फैसले पर अमल नहीं कर रही है।
उन्होंने मई के वेतन में भी एनपीएस शेयर कटने का विरोध किया है। बोर्ड की कर्मचारी यूनियन और तकनीकी कर्मचारी संघ ने जल्द ओपीएस बहाल नहीं करने पर सड़कों पर उतरने की चेतावनी दी है।
उन्होंने कहा कि पुरानी पेंशन बहाल न होने से करीब 9,000 कर्मचारियों को नुकसान होगा। पुरानी पेंशन बहाल न होने पर कर्मचारी यूनियन ने वर्चुअल बैठक कर बोर्ड प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोलने की रणनीति बनाई।
यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष कामेश्वर दत्त शर्मा ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री के आदेशों के बावजूद बोर्ड प्रबंधन मामले में जानबूझकर देरी कर रहा है। बोर्ड प्रबंधन की हुई सर्विस कमेटी की बैठक में बिजली बोर्ड में पुरानी पेंशन को लागू करने का फैसला ले सकता था। ऐसा न होने से कर्मचारियों में भारी आक्रोश है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के सभी उपक्रमों में पुरानी पेंशन को लागू कर दिया गया है। सिर्फ बिजली बोर्ड ही सरकार के फैसले से अभी तक लाभान्वित नहीं हुआ है।
यूनियन के महासचिव हीरालाल वर्मा ने कहा कि बिजली बोर्ड कर्मचारियों के वेतन से न्यू पेंशन का शेयर अप्रैल में कटा है। इस मामले में की जा रही देरी से लगता है कि मई में भी एनपीएस ही कटेगा। उन्होंने बताया कि बोर्ड के फील्ड कार्यालयों में 25 तारीख से पहले कर्मचारियों का वेतन बनाना शुरू जो जाता है। उन्होंने कहा कि 25 मई से पहले बिजली बोर्ड में पुरानी पेंशन की बहाली के आदेश जारी नहीं हुए तो उग्र आंदोलन के लिए भी कर्मचारी तैयार हैं।
उधर, बिजली बोर्ड तकनीक कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण कपटा और महामंत्री नेकराम ठाकुर ने जारी प्रेस बयान में कहा कि यदि बोर्ड प्रबंधन पुरानी पेंशन पर जल्द फैसला नहीं लेता है तो आगामी दिनों में तकनीकी कर्मचारी संघ आंदोलन की ओर बढ़ेगा।