- शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर के कार्यक्रम से नदारद पाई गई ब्लॉक कांग्रेस कमेटी आनी
- ब्लॉक कांग्रेस कमेटी ने जड़ा अनदेखी का आरोप
- कहा, बागियों को दी गयी है वीआईपी पावर, राष्ट्रीय अध्यक्ष से करेंगे शिकायत
आपकी खबर, आनी। 12 अक्तूबर
प्रदेश के शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर के वीरवार को आनी विस क्षेत्र के दौरे के दौरान काँग्रेस की गुटबाजी एक बार फिर जगजाहिर हो गयी है। इस दौरे के दौरान ब्लॉक कांग्रेस कमेटी आनी के पदाधिकारियों को नदारद पाया गया। जबकि ब्लॉक कांग्रेस कमेटी आनी ने खुद को नजरअंदाज करने और बागी एवं निष्कासित लोगों को सरकार के कार्यक्रमों में कांग्रेस के ऊपर तरजीह देने का आरोप भी जड़ा है।
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बागीपुल में आयोजित जिला स्तरीय 57 वीं अंडर-19 सांस्कृतिक प्रतियोगिता के शुभारंभ अवसर पर बतौर मुख्यातिथि शरीक हुए। लेकिन प्रदेश में कांग्रेस की सरकार होते हुए भी आनी विस क्षेत्र की ब्लाॅक कांग्रेस कमेटी इस कार्यक्रम से पूरी तरह से नदारद रही। जबकि इसके विपरित आनी में कांग्रेस का एक दूसरा धडा जो कांग्रेस से निष्कासित है और विस चुनावों के दौरान कांग्रेस के साथ बागी चुनाव लडे थे, केवल वही लोग मंत्री के साथ कार्यक्रम में दिखे। जिससे यह स्पष्ट हो गया है कि प्रदेश सरकार में केवल एक गुट को ही सरकार में तव्वजो मिल पा रही है जबकि दूसरे गुट को सरकार में पूछा तक नहीं जा रहा है। क्योंकि ब्लाॅक कांग्रेस कमेटी आनी के अध्यक्ष युपेंद्र कांत मिश्रा की मानें तो उन्हें शिक्षा मंत्री के कार्यक्रम की भनक न तो शिक्षा मंत्रालय से दी गयी न ही स्कूल प्रबंधन की ओर से । वहीं कांग्रेस की हर मंच पर अपने अपने धड़ों के साथ आने की घटनाओं से लोगों के बीच कांग्रेस के अंदर इस लडाई की चर्चा आम हो गई है।
ब्लाॅक कांग्रेस अध्यक्ष यूपेन्द्र कांत मिश्रा ने कहा है कि जो लोग कांग्रेस द्वारा टिकट देकर उतारे गए उम्मीदवार के खिलाफ बागी चुनाव लडे और कांग्रेस को हार का मुंह देखना पडा। जिसके बाद उन बागियों को पार्टी से निष्कासित किया गया है, उन बागी लोगों को सरकार में तव्वजो दी जा रही है जिससे कांग्रेस को नुकसान हो रहा है। यूपेंद्र कांत मिश्रा ने आरोप लगाया है कि बागी उम्मीदवार को डीओ के लिए वीआईपी कोड दिया गया है, उनके डीओ अप्रुव हो रहे हैं और कई कर्मचारी उनसे अपना तबादला आदि करवा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जल्द इसकी शिकायत राष्ट्रीय अध्यक्ष से की जाएगी। बहरहाल, अब यह स्पष्ट हो गया है कि आनी में कांग्रेस की लडाई अपने ही बागियों से चल रही है, जिससे आनी विस क्षेत्र के विकास कार्याें पर भी सीधा असर पड़ रहा है। अगले वर्ष लोस के चुनाव भी होने जा रहे हैं, चर्चा भी है कि यदि यह गुटबाजी ऐसी ही हावी रही तो लोस चुनावों में इसका असर पड़ सकता है।