- एसजेवीएन ने सतर्कता जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया
आपकी खबर, शिमला। 9 अक्तूबर
एसजेवीएन द्वारा जनहित प्रकटीकरण और इन्फॉर्मर संरक्षण (पीआईडीपीआई) संकल्प के संबंध में निवारक सतर्कता उपायों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए 16 अगस्त से 15 नवंबर, 2023 तक तीन माह का जागरूकता अभियान आयोजित किया जा रहा है।
इस पहल के एक भाग के रूप में, आज शिमला में एसजेवीएन कारपोरेट कार्यालय में एक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर अपने संबोधन में प्रेम प्रकाश (आईओएफएस), मुख्य सतर्कता अधिकारी, एसजेवीएन ने सार्वजनिक जीवन से भ्रष्टाचार को समाप्त करने में कर्मचारियों की महत्वपूर्ण भूमिका पर बल दिया।
उन्होंने कहा कि किसी भी संगठन में भ्रष्टाचार के लिए कोई स्थान नहीं है क्योंकि भ्रष्ट व्यक्ति को लाभ पहुंचाने के अतिरिक्त इसका और कोई उद्देश्य नहीं है। यह प्रत्येक कर्मचारी का उत्तरदायित्व है कि वह भ्रष्टाचार के विरूद्ध खड़ा हो और अपने संगठन की समृद्धि एवं अखंडता सुनिश्चित करने के लिए कर्मठता से कार्य करे। इस अवसर पर, श्री एस. मरास्वामी, कार्यकारी निदेशक, श्री सी. एस. यादव, मुख्य महाप्रबंधक और श्री अनिल गोयल, उप मुख्य सतर्कता अधिकारी भी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में प्रेजेन्टेशन एवं एक रोल प्ले का सत्र भी सम्मिलित था जिसका उद्देश्य एसजेवीएन के कर्मचारियों एवं कंपनी के विभिन्न विभागों से संबद्ध विक्रेताओं को पीआईडीपीआई के बारे में जागरूक करना था। दिवाकर शर्मा (एचपीएफएंडएएस), उप नियंत्रक, हिमाचल प्रदेश सरकार ने इस विषय पर विस्तृत एवं प्रेरणात्मक प्रेजेन्टेशन दी, जिसकी उपस्थित जनसमूह ने खूब सराहाना की। इसके अतिरिक्त, एसजेवीएन के कर्मचारियों ने पीआईडीपीआई से संबंधित दिशा-निर्देशों और पीआईडीपीआई शिकायतें दर्ज करने के तरीके के संबंध में जानकारी प्रदान करने के लिए एक रोल प्ले सत्र का भी आयोजन किया।
इस तीन माह के जागरूकता अभियान में, आम जनता के मध्य पीआईडीपीआई के संबंध में जागरूकता बढ़ाने के लिए शिमला के द मॉल/रिज और संजौली चौक पर नुक्कड़ नाटक भी आयोजित किए जाएंगे।
भारत सरकार के पीआईडीपीआई संकल्प ने सरकार के मंत्रालयों/विभागों के मुख्य सतर्कता अधिकारी को भ्रष्टाचार या कार्यालय के दुरुपयोग के किसी भी आरोप पर लिखित शिकायत या प्रकटीकरण प्राप्त करने के लिए अभिनामित प्राधिकारी के रूप में अधिकृत किया है।