- पालमपुर में किसानों को दिया मोटे अनाज बचाने का प्रशिक्षण
- तीन दिवसीय शिविर में किसानों को मिला लाभ
आपकी खबर, पालमपुर। 28 फरवरी
बीज प्रणाली के कार्य समूह ने संभावना इंस्टीट्यूट पालमपुर में किसानों के लिए तीन दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया। शिविर में हिमाचल प्रदेश व उत्तराखंड के कुछ सफल किसानों को शामिल किया गया था। इस प्रशिक्षण शिविर में विलुप्त होते जा रहे बीजों के ऊपर विशेष चर्चा हुई।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से पदमश्री नेकराम शर्मा, सोम कृष्ण गौतम, कला देवी, मीना शर्मा, आशाराम और विनोद कुमार को चयनित करके संभावना इंस्टीट्यूट पालमपुर बुलाया गया। इस दौरान भविष्य में स्थानीय बीजों को कैसे बचाएं, कैसे इन विलुप्त होते जा रहे बीजों का संरक्षण करें, इसके बारे में किसानों ने महत्वपूर्ण जानकारी हासिल की।
उन्होंने इसके लिए हिम आरआरए और एनआरए हैदराबाद का आभार व्यक्त किया, जिन्होंने इन बीजों को भविष्य में बढ़ाने और ज्यादा से ज्यादा उगाने का वादा किया। उन्होंने कहा कि जल्द ही खरीफ सीजन में करसोग व चुराग ब्लॉक में उन उत्पादकों का चयन किया जाएगा, जो इन देशी बीजों को व मोटे अनाजों को आगे बढ़ाने में सहयोग करेंगे। इससे हमारे खेतों की जो खराब हो गई मिट्टी खराब होता पर्यावरण को बचाने में और बढ़ती जा रही बीपी, शुगर और कई प्रकार के अटैक इन चीजों को खत्म करने में हम सब मिलकर प्रयास करेंगे। हम अपने खेतों में ऐसे अनाज बीज तैयार करें, जिससे कैल्शियम, आयरन, फाइबर, जिंक, मैग्नीशियम इत्यादि हमें अपने भोजन से ही मिल सके। हम अपने भोजन को ही औषधि बनाकर खाएं।