- केन्द्रीय मुख्य अध्यापक पर अश्लील हरकतें करने का आरोप
- प्राईमरी स्कूल में कार्यरत अध्यापिका ने पुलिस को सौंपी शिकायत
- अध्यापिका के बयान दर्ज करने के बाद पुलिस ने शुरू की जांच
आपकी खबर, करसोग।
जिला मंडी के उपमंडल करसोग में तैनात केन्द्रीय मुख्य अध्यापक पर अश्लील हरकतें करने के आरोप लगे हैं। केन्द्रीय मुख्य अध्यापक (सी.एच.टी.) पर यह आरोप प्राईमरी स्कूल में तैनात एक अध्यापिका ने ही लगाए हैं। सी.एच.टी. की हरकतों से तंग आकर पीड़िता ने पुलिस थाना करसोग में अपनी शिकायत दर्ज करवाते हुए न्याय की गुहार लगाई है।
बकौल पीड़िता उसे पिछले काफी समय से परेशान किया जा रहा है। निरीक्षण के बहाने प्राईमरी स्कूल में आकर केन्द्रीय मुख्य अध्यापक अश्लील हरकतें करते हुए मानसिक तौर पर भी उसे प्रताड़ित करता रहता है। विरोध करने के बावजूद भी जब केन्द्रीय मुख्य अध्यापक अपनी हरकतों से बाज नहीं आया तो अध्यापिका ने पुलिस थाना करसोग का रूख करना ही मुनासिब समझा। नतीजनत पुलिस ने मामले में त्वरित कार्यवाई करते हुए महिला के ब्यान कलमबद्ध कर आगामी कार्यवाई शुरू कर दी है।
मामले की पुष्टि डी.एस.पी. करसोग गीतांजलि ठाकुर ने की है। शिकायतकर्ता के मुताबिक केंद्रीय मुख्य अध्यापक उसे उसकी बात न मानने पर नौकरी से निकलवाने तक की धमकी दे रहा है। इतना ही नहीं गत माह भी उसने अभिभावकों व विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के सामने अश्लील बातें बोलकर सबके सामने अध्यापिका को जलील किया था।
पीड़िता ने केन्द्रीय मुख्य अध्यापक के खिलाफ उपमंडल स्तर के अधिकारी को भी एक शिकायत पत्र सौंपा था लेकिन विभाग के इस अधिकारी ने भी इस पर किसी भी तरह का संज्ञान नहीं लिया। ऐसे में थक हार कर अध्यापिका ने पुलिस से मामला दर्ज करने व केन्द्रीय मुख्य अध्यापक के खिलाफ कड़ी कार्यवाई करने की गुहार लगाई है। बहरहाल, करसोग पुलिस ने पीड़ित महिला की शिकायत पर मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।
- सेक्सुअल हरासमेंट कमेटी के गठन पर सवाल
करसोग के सरकारी स्कूलों में सेक्सुअल हरासमेंट कमेटी के गठन पर सवाल खड़ा हो गया है। सरकारी स्कूल की एक अध्यापिका के साथ अश्लील हरकतें करने व उसे मानसिक तौर पर प्रताड़ित करने का सिलसिला पिछले कई दिनों से जारी है। ऐसे में विभाग की तरफ से इस मामले में किसी भी तरह का हस्तक्षेप नहीं किया गया है। जबकि विभाग के अधिकारियों को लिखित में शिकायत पत्र पीड़िता द्वारा सौंपा गया है। मामला साफ तौर पर बयां कर रहा है कि सेक्सुअल हरासमेंट कमेटी के गठन को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है। इन कमेटियों का गठन महज फाईलों में ही सिमट कर रह गया है। ऐसे में जहां स्कूल प्रशासन सेक्सुअल हरासमेंट कमेटी को लेकर गंभीर नहीं है, वहीं शिक्षा विभाग भी कमेटियों के गठन में गंभीरता नहीं दिखा रहा है।
- स्कूलों में बनानी होंगी सेक्सुअल हरासमेंट कमेटी – उप निदेशक
प्रारंभिक शिक्षा उप निदेशक मंडी अमर नाथ राणा ने बताया कि सभी स्कूलों को सेक्सुअल हरासमेंट कमेटियां बनाने के लिए बाकायदा पत्र लिखा गया है। सभी स्कूलों में कमेटी बनानी ही होंगी। इन कमेटियों के माध्यम से आने वाली शिकायतों पर नियमानुसार विभागीय कार्यवाई की जाती है। करसोग उपमंडल में हुए मामले की उन्हे जानकारी नहीं है।
- पीड़िता की शिकायत पर की जा रही कार्यवाई – डी.एस.पी.
डी.एस.पी. करसोग गीतांजलि ठाकुर ने बताया कि सरकारी स्कूल में कार्यरत एक अध्यापिका ने केन्द्रीय मुख्य अध्यापक पर अश्लील हरकतें करने के आरोप लगाए हैं। पीड़िता की शिकायत पर पुलिस थाना करसोग में मामला दर्ज किया गया है। बुधवार को पीड़िता के ब्यान लिए गए हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए नियमानुसार कार्यवाई की जा रही है।