- बच्चों को समय और प्यार दें तभी रहेंगे नशे से दूर : दीपक सुंदरियाल
- बैनमोर वार्ड में स्कूली बच्चों को किया नशे के प्रति जागरूक
- मानव कल्याण सेवा समिति ने शिमला के वार्डों में नशे से दूर रखने का उठाया बीड़ा
आपकी खबर, शिमला। 18 मार्च
मानव कल्याण सेवा समिति ने प्रदेश के लोगों खासकर स्कूली बच्चों को नशे से दूर रखने का बीड़ा उठाया है। इस कड़ी में शिमला नगर निगम के तहत आने वाले वार्डों में विशेष जागरूकता अभियान भी चलाया गया है।
यह अभियान सामाजिक न्याय और अधिकारिता विभाग की ओर से मानव कल्याण सेवा समिति चौपाल जिला शिमला द्वारा संचालित सीपीएलआई योजना के अंतर्गत व विशेष तौर पर नगर निगम शिमला में चल रहे नशा मुक्त भारत अभियान के तहत जागरूकता कार्यक्रम हुआ। सोमवार को वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला संजौली में शिविर आयोजित किया गया। इसमें स्कूली बच्चों के साथ अभिभावकों ने भी भाग लिया।
मानव कल्याण सेवा समिति चौपाल द्वारा संचालित सीपीएलआई योजना के क्षेत्रीय समन्वयक दीपक सुंदरियाल ने जानकारी दी कि पिछले लगभग एक माह से नगर निगम शिमला के अंतर्गत आने वाले सभी 34 वार्ड में ये कार्यक्रम चलाया जा रहा है।
कार्यक्रम में कपिल शर्मा व उनकी टीम ने अभिभावकों को बच्चों को प्यार व समय देने पर जोर दिया। नुक्कड़ नाटक में दिखाया कि माता पिता के ध्यान न देने से किस तरह एक किशोर नशे के चुंगल में फंस जाता है व उसका अंजाम क्या होता है। नाटक में कपिल शर्मा के साथ श्रुति रोहटा, अमित, रोहित ने अभिनय से अभिभावकों व उपस्थित अध्यापकों को सोचने पर मजबूर कर दिया।
कार्यक्रम में संस्था के संस्थापक केशव राम ने संस्था व नशा मुक्त भारत के बारे में जानकारी दी।
मनोवैज्ञानिक ज्योति शर्मा ने अभिभावकों से रिहेबलीटेशन सेंटर के अपने दिल दहला देने वाले अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि कैसे शिमला के युवा भी इस नशे की गर्त में अपनी जान गवां रहे हैं।
CPLI योजना के क्षेत्रीय एरिया कॉर्डिनेटर दीपक सुंदरियाल ने अभिभावकों को अपने बच्चों को किशोरावस्था में नशे की लत से बचाने हेतु विशेष ट्रेनिंग पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि समाज में केवल एक दूसरे पर हम दोषारोपण कर रहे हैं, जिससे किसी का भला नहीं होने वाला। हमें बच्चे व अपना घर बचाने के लिए खुद आगे आना होगा।
इस अवसर पर प्रधानाचार्य नीना मेहता ने भी विचार रखे।
संस्था के संस्थापक केशव राम ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु स्कूल प्रबंधन व विशेष तौर पर संस्कृत के अध्यापक ईश्वर शर्मा का धन्यवाद किया।
संस्था के ट्रेनर वीरेंद्र कुमार व नीलम चौहान ने छात्र छात्राओं को नशा न करने की शपथ भी दिलवाई व उन्हें नशे के खिलाफ एकजुट होकर अपने अपने वार्ड में जागरूकता फैलाने में सहयोग देने का आग्रह किया।