आपकी खबर, ऊना। 19 अगस्त
जिला ऊना के पुलिस थाना हरोली के अंतर्गत आने वाले सूचना प्रोद्योगिकी संस्थान सलोह में साइबर लिटरेसी कैंप का आयोजन किया गया। इसमें साइबर घटनाओं से संबंधित सूचना के आदान-प्रदान के लिए और किस तरह साइबर क्राइम से बचना है किस तरह का साइबर क्राइम हो रहा है के बारे में जानकारी देने के लिए वक्ता के तौर पर प्रभारी थाना सुनील कुमार को आमंत्रित किया गया था। उन्होंने साइबर क्राइम की घटनाओं को विद्यार्थियों को विस्तार पूर्वक बतलाया कि किस तरह से साइबर क्राइम होता है किस तरह से साइबर क्राइम से बचना है थाना प्रभारी ने बताया कि साइबर क्राइम के आरोपियों का मुख्य लक्ष्य पैसा कमाना रहता है।
किसी भी फोन कॉल, व्हाट्सएप कॉल, या अन्य मीडिया कॉल के माध्यम से जब भी आपसे कोई बात करता है और उसमें आपको जरा भी अंदेशा लगता है कि आरोपी पैसे, देने या पैसे लेने या पैसे कमाने की बात कर रहा है तो समझ लीजिए कि आप ठगी का शिकार होने जा रहे हैं उन्होंने यह भी बताया कि अपना फोटो, वीडियो सोच समझकर ही सोशल मीडिया एप्स पर डालें।
किसी भी सोशल मीडिया ऐप को डाउनलोड करते समय विभिन्न दी गई शर्तों का ध्यान रखें। अपना ओटीपी किसी से शेयर ना करें , अपना बैंक अकाउंट नंबर पासवर्ड, और अपना सोशल मीडिया का अकाउंट उसका पासवर्ड, अनजान नंबर से आ रही वीडियो कॉल या व्हाट्सएप्प कॉल, ट्रूकॉलर पर दिख रहे पुलिस वाले के नाम से फोटो, अनजान आदमी की फेसबुक या इंस्टाग्राम पर आ रही रिक्वेस्ट, या नौकरी के नाम पर अखबारों में छप रहे झूठे विज्ञापनों से हमेशा सतर्क रहें।
अगर आपके साथ साइबर फ्रॉड हो जाता है तो आप जल्द से जल्द नेशनल साइबर क्राइम हेल्पलाइन 1930 पर शिकायत करें।