हिमाचल

शिमला में समोसे पर सियासत तेज, युवा मोर्चा ने निकाला समोसा जुलूस

मोर्चा अध्यक्ष तिलकराज बोले हिमाचल में 35 फीसदी युवा नशे की लत में, सुक्खू को सता रही समोसों की चिंता

  • शिमला में समोसे पर सियासत तेज, युवा मोर्चा ने निकाला समोसा जुलूस
  • मोर्चा अध्यक्ष तिलकराज बोले हिमाचल में 35 फीसदी युवा नशे की लत में, सुक्खू को सता रही समोसों की चिंता

आपकी खबर, शिमला। 9 नवंबर

शिमला में समोसे पर सियासत फिर तेज हो गई है। राजधानी शिमला ही नहीं पूरे देश में हिमाचल की सुखविंदर सिंह सुक्खू की किरकिरी हो रही है। हर कोई जानना चाहता है कि आखिर इन समोसे में ऐसा क्या था कि मुख्यमंत्री सुक्खू को जांच के आदेश देने पड़े।

राजनीति का गढ़ शिमला में हुए इस मामले में विपक्ष भी कोई कमी नहीं छोड़ना चाहता। हमीरपुर से विधायक आशीष शर्मा ने मुख्यमंत्री सुक्खू को 11 समोसे का ऑनलाइन ऑर्डर दे डाला।

उधर शनिवार को हिमाचल प्रदेश भाजपा युवा मोर्चा ने समोसा जुलूस निकाला। इसमें कार्यकर्ताओं ने सीएम सुक्खू की फोटो को समोसा भी खिलाया। मोर्चा ने शेरे पंजाब से लोअर बाजार में समोसा जुलूस एवं वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने हाथों और प्लेटों पर समोसे रख इस प्रकरण की कड़ी निंदा की। इस मार्च का आयोजन भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष तिलक राज की अध्यक्षता में किया गया, इस उपलक्ष्य पर युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस सरकार के खिलाफ जम कर नारेबाजी भी की।

 

युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष तिलक राज ने कहा कि इस भ्रष्ट सरकार की बुद्धि भी भ्रष्ट हो चुकी है। जहां प्रदेश की जनता परेशान है, युवा नौकरियों के इंतज़ार में है, बेरोजगारी बढ़ रही है, युवाओं की सरकार के प्रति आस कम हो रही है वहीं इस कांग्रेस सरकार को मुख्यमंत्री के समोसे गायब होने की चिंता सता रही है। ऐसी क्या नौबत आ गई कि मुख्यमंत्री के समोसे गायब होने पर सरकार को सीआईडी जांच बैठानी पढ़ गई? क्या समोसे के साथ साथ सरकार की कोई कीमती चीज तो नहीं गायब हो गई।

उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश का पूरे देश में मजाक बन कर रह गया है और यह केवल कांग्रेस की सुख की सरकार के कारण हो रहा है, प्रदेश में कभी टॉयलेट टैक्स लगा दिया जाता है और कभी समोसे की जांच बिठा दी जाती है, हिमाचल में आखिर चल क्या रहा है?

तिलक ने कहा कि हिमाचल में व्यवस्था परिवर्तन का दौर चल रहा है और शायद सरकार को ओर से यह ही व्यवस्था परिवर्तन है। प्रदेश में कानून व्यवस्था की हालत खराब हो चुकी है पर सरकार को मुख्यमंत्री के समोसे की पड़ी है, प्रदेश में कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है।

उन्होंने कहा कि पड़ोसी राज्यों से आ रहा नशा हिमाचल की नई पौध को बर्बाद कर रहा है। कई स्कूली बच्चे भी ड्रग्स ले रहे हैं। प्रदेश के 204 स्कूलों के साढ़े सात हजार छात्रों पर हुए सर्वे में 9.02 फीसदी किशोरों के इंजेक्शन से नशा लेने की बात सामने आई है। नशा मुक्ति केंद्रों में भर्ती 15 से 30 साल के 1,170 युवाओं में से करीब 35% चिट्टे की लत के शिकार हैं। पर सरकार को इस बात की चिंता नहीं है।

प्रदर्शन में संजय सूद, डॉ किमी सूद, सुनील धर, तरुण राणा, राजीव पंडित, हनीश चोपड़ा, कल्याण धीमान, राजू ठाकुर, रोहित सचदेवा, सन्नी लखनपाल, पिंकी गोयल, अभिमन्यु और अंकित मौजूद रहे।

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