लाहौल-स्पीति में आपदा प्रतिक्रिया के लिए स्थानीय युवाओं को किया जा रहा सशक्त
सहायक आयुक्त लाहौल और स्पिति संकल्प गौतम ने दी जानकारी
आपकी खबर, केलांग। 14 नवंबर
लाहौल और स्पिति के सुदूर और चुनौतीपूर्ण इलाके में आपदा तैयारियों को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए स्थानीय युवाओं को बेसिक पर्वतारोहरण पाठयक्रम करवाया गया।
बेसिक पर्वतारोहण पाठ्यक्रम को सफलतापूर्वक पूरा करने वाले 27 स्थानीय युवाओं को सहायक आयुक्त लाहौल और स्पिति संकल्प गौतम ने वीरवार को उपायुक्त कार्यालय केलांग में प्रमाण पत्र प्रदान किए। इस अवसर पर संकल्प गौतम ने कहा कि इन 27 स्थानीय युवाओं को अगले वर्ष एडवांस प्रशिक्षण प्र्रदान किया जाएगा।
जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा वित्त पोषित, यह पाठ्यक्रम 20 अप्रैल से 15 मई तक में पर्वतारोहण उप केंद्र जिस्पा में आयोजित किया गया था। प्रशिक्षण का उद्देश्य युवा व्यक्तियों को खोज और बचाव कार्यों के लिए आवश्यक कौशल से लैस करना था ताकि हिमस्खलन, भारी बर्फबारी, अचानक बाढ़ और भूस्खलन प्राकृतिक आपदाओं का बेहतर ढंग से सामना किया जा सके।
संकल्प गौतम ने जिले की कठिन भौगोलिक और जलवायु परिस्थितियों को देखते हुए स्थानीय समुदायों के बीच क्षमता निर्माण के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि कठिन पहाड़ी इलाके और विपरीत मौसम की स्थिति लाहौल और स्पीति को आपदाओं के प्रति अत्यधिक संवेदनशील बनाती है। युवाओं को प्रशिक्षित करके उन्हें पहले प्रतिक्रियाकर्ता बनने और जोखिमों को कम करने और जीवन बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए सशक्त बनाना जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण का महत्वपूर्ण कदम है।
उन्होंने कहा कि बेसिक पर्वतारोहण पाठ्यक्रम का सफल समापन एक आशाजनक शुरुआत का प्रतीक है। जिला प्रशासन अगले वर्ष इच्छुक युवाओं के लिए उन्नत प्रशिक्षण प्रायोजित करने की योजना बना रहा है, जिससे आपदा प्रतिक्रिया के प्रति उनकी विशेषज्ञता और प्रतिबद्धता को और मजबूत किया जा सके।
उन्होंने कहा कि यह पहल न केवल जिले की आपदा तैयारियों को बढ़ाती है बल्कि युवाओं को सामुदायिक विकास और आपातकालीन प्रतिक्रिया में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए भी प्रेरित करती है