गंदगी के आगोश में समाने लगा करसोग
नगर पंचायत परिक्षेत्र में फैले कूड़े कचरे से जनता परेशान
आपकी खबर, करसोग। 18 नवंबर
जिला मंडी के नगर पंचायत करसोग में सफाई व्यवस्था पटरी से उतर चुकी है। धीरे धीरे करसोग गंदगी के आगोश में समाने लगा है। नगर पंचायत के 7 वार्डों में 12 कर्मचारी सफाई तो कर रहे हैं लेकिन व्यवस्था फिर भी सुधरने का नाम नहीं ले रही है। 12 सफाई कर्मचारियों द्वारा सफाई करने का दावा नगर पंचायत कर रही है। लेकिन यहां सवाल उठना लाज़मी है कि यदि सभी वार्डों में सफाई हो रही है तो करसोग में कूड़ा कचरा कौन फैला रहा है?
नगर पंचायत के 7 वार्डों में सफाई के बाद कचरे को कहां ठिकाने लगाया जा रहा है? क्योंकि कचरा ठिकाने लगाने के लिए डंपिंग साइट नगर पंचायत के पास उपलब्ध ही नहीं है। ऐसे में साफ तौर पर कहा जा सकता है कि डंपिंग साइट के अभाव में करसोग गंदगी के आगोश में समाने लगा है। वार्डों में सफाई के दौरान आनन फानन में लगाए गए कूड़े कचरे के ढ़ेर जनता को परेशान कर रहे हैं।
जनता वार्ड सदस्यों से रोजाना पूछती है कि सफाई व्यवस्था कब तक दुरुस्त हो पाएगी? लेकिन जवाब मिलता है कि जल्द ही समस्या का समाधान हो जाएगा। नगर पंचायत करसोग परिक्षेत्र में फैले कूड़े कचरे के ढ़ेर जहां स्वच्छ भारत अभियान की धज्जियां उड़ा रहे हैं वहीं नगर पंचायत प्रशासन भी इस मुद्दे पर गंभीर नजर नहीं आ रहा है। गंदगी से निपटने के लिए नगर पंचायत का सुस्त रवैया स्थानीय लोगों के स्वास्थ्य पर भारी पड़ सकता है।
7 वार्डों की सफाई व्यवस्था को पटरी पर लाना नगर पंचायत के लिए किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं लग रहा है। हर महीने सफाई व्यवस्था पर लाखों रुपए खर्च किए जा रहे हैं लेकिन जनता को साफ सुथरा परिवेश नहीं मिल पा रहा है। स्थानीय जनता ने सरकार और प्रशासन से मांग की है कि उन्हें गंदगी से निजात दिलाई जाए।
- कूड़ा कचरा किया जा रहा आग के हवाले
नगर पंचायत के कई स्थानों पर कूड़ा कचरा आग के हवाले किया जा रहा है। नगर पंचायत खुद ही कई मर्तबा कूड़े कचरे के ढेरों को आग के हवाले कर रही है। कूड़े कचरे के निष्पादन के लिए उचित व्यवस्था न होने के चलते इसी तर्ज पर कुछ स्थानीय लोग भी अपना कूड़ा आग के हवाले कर रहे हैं। इससे न केवल पर्यावरण को नुकसान हो रहा है बल्कि लोगों के स्वास्थ्य पर भी खतरा मंडराने लगा है।
- डंपिंग साइट पर खर्च कर दिए तकरीबन 12 लाख रुपए
करसोग उपमंडल के भंथल पंचायत में बन रही नई डंपिंग साइट पर नगर पंचायत अभी तक तकरीबन 12 लाख रुपए खर्च कर चुकी है। लेकिन एक वर्ष बीत जाने के बाद भी डंपिंग साइट का काम पूरा नहीं हो पाया है। कछुआ गति से हो रहे डंपिंग साइट के निर्माण कार्य पर भी जनता ने नगर पंचायत प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगा दिए हैं।
जनता खुले में न फेंके गंदगी, जल्द तैयार होगी डंपिंग साइट : सचिव
करसोग में फैली गंदगी को लेकर नगर पंचायत करसोग के सचिव बलदेव ठाकुर ने बताया कि सफाई कर्मचारी अपना काम कर रहे हैं। लोगों से डोर टू डोर प्लास्टिक कचरा भी कलेक्ट किया जा रहा है।
जल्द ही डंपिंग साइट बनकर तैयार हो जाएगी। उसके बाद डोर टू डोर गारबेज कलेक्शन की जाएगी ताकि गंदगी से निपटा जा सके। जनता के सहयोग से ही करसोग को स्वच्छ बनाया जा सकता है। उन्होंने जनता से आग्रह किया है कि खुले में गंदगी न फेंके।