कृषि-बागवानी

लीना शर्मा को “उन्नत एवं प्रेरणा स्रोत कृषि दूत सम्मान पुरस्कार” से नवाजा

 

आपकी खबर, शिमला। 

 

चौधरी सरवन कुमार हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर के कृषि विज्ञान केंद्र सुंदरनगर व इफ्को हिमाचल प्रदेश ने निहरी विकास खण्ड के चरखड़ी गांव में वैज्ञानिक सलाहकार समिति व किसान गोष्ठी का आयोजन किया।चौधरी सरवन कुमार कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर के कुलपति प्रोफैसर हरीन्द्र कुमार चौधरी न कहा क हिमाचल प्रदेश सरकार के निदेशानुसार हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय नवीन कृषि तकनीकों को किसानों तक पहुँचाने में कृत संकल्प है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सुदंर नगर के विधायक राकेश जमवाल उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम में कृषि विश्वविद्यालय के प्रसार निदेशक डाक्टर वी के शर्मा, अनुसंधान निदेशक डाक्टर एस पी दीक्षित, कृषि विश्वविद्यालय के डीन डाक्टर डी के वत्स, पशु विज्ञान महाविद्यालय के डीन डाक्टर मनदीप, के वी के बजौरा के कार्यक्रम समन्वयक के.सी.शर्मा, इफ्को के प्रदेश प्रमुख सुधीर मान सहित अनेक वैज्ञानिक, अधिकारी कर्मचारी व किसानों ने भाग लेकर कृषि सम्बन्धी ज्ञान साझा किया। शिविर में सुकेत रियासत की ऐतिहासिक नगरी पांगणा के पज्याणु गांव की लीना शर्मा को “उन्नत एवं प्रेरणा स्रोत कृषि दूत सम्मान” पुरस्कार से सम्मानित किया। 24 वी वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक के शुभ अवसर पर लीना शर्मा द्वारा किए जा रहे उत्कृष्ट कार्य के लिए “उन्नत एवं प्रेरणा स्रोत कृषि दूत सम्मान पुरस्कार” विश्वविद्यालय के उप-कुलपति द्बारा सुंदरनगर के विधायक व मुख्य अतिथि राकेश जम्वाल के कर कमलों से प्रदान किया गया। हिमाचल प्रदेश की कृषि क्षेत्र का यह प्रतिष्ठित पुरस्कार है। सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती करना और इस पारंपरिक खेती की प्रेरणा देने के लिए लीना शर्मा को यह पुरस्कार कृषि व बागबानी से जुड़ी भावी पीढ़ी के लिए प्रेरणा का एक बेहतर माध्यम हो सकता है। एक स्नातकोत्तर महिला किसान होने के नाते लीना शर्मा द्वारा कृषि दूत के रूप में सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती के माध्यम से करसोग सुंदरनगर, नाचन मण्डी, कुल्लू, किन्नौर क्षेत्र के बागवानों को जागरूक करने से भूतपूर्व क्रांति का सूत्रपात हुआ है। पहले कृषि विभाग अब बागवानी विभाग तथा राष्ट्रीय सेवा योजना शिविरों के माध्यम से लीना शर्मा ने सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती के क्षेत्र में जागरूकता के लगातार कीर्तिमान स्थापित किए हैं।

लीना शर्मा ने कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर के कुलपति डाक्टर हरीन्द्र कुमार चौधरी हिमाचल सरकार के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, सुंदर नगर के विधायक राकेश जमवाल व कृषि विभाग के वैज्ञानिकों का धन्यवाद करते हुए कहा कि निकट भविष्य में हिमाचल प्रदेश सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती व बागबानी करने के लिए राष्ट्र में अग्रणी स्थान के रूप में उभरेगा। विषमुक्त, रसायन मुक्त अन्न, सब्जियां, फल प्रदेश में ज्यादा से ज्यादा उगाए जाएंगे।

लीना शर्मा का कहना है कि सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती से भूमि की उपजाऊ शक्ति को चिरकाल तक बनाकर रखा जा सकता है तथा पर्यावरण को भी प्रदूषित होने से बचाया जा सकता है। लीना शर्मा का कहना है कि इस कामयाबी के पीछे किसानों- बागबानों, कृषि और बागबानी विभाग के वैज्ञानिकों, पांगणा-पज्याणु के युवाओं, महिलाओं के साथ-साथ परिजनों विशेषकर पति अमरचंद शर्मा का सहयोग स्तुत्य है। लीना शर्मा ने कहा कि जैसे मान्यता है कि पुरुष का सफलता के पीछे औरत का हाथ होता है उसी प्रकार “मर्द भी होता है औरत की कामयाबी के पीछे”। हिमाचल प्रदेश में सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती का भविष्य सुनिश्चित है।जिसके लिए बदलते हुए परिवेश विकास की द्रुत दर से हिमाचल प्रदेश ने अपने नाम के साथ कुछ जुझारू नाम भी अर्जित करेगा। प्राकृतिक खेती अपनाने के लिए जागरूक कर रही लीना आज किसी परिचय की मोहताज नहीं। पांगणा के ऐतिहासिक गांव पज्याणु की यह मृदुभाषी व विनम्र महिला एक आम घरेलू जिन्दगी जीती है। घर और सामाजिक कार्यो की व्यस्तता के साथ बच्चों की देखभाल में सूझ-बूझ, दृढ़ निश्चय और त्याग ने लीना और अमर चंद के जीवन में खुशियाँ ही खुशियाँ भर दी हैं। सचमुच दूसरे दंपति भी उनसे प्रेरणा ले सकते हैं। लीना सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती के विषय में किसानों और बागवानों को जागरूक कर रही है।अपने खेतों से सुभाष पालेकर खेती आरम्भ करने वाली लीना को इनके विज्ञान अध्यापक पति अमर चंद ने भरपूर सहयोग दिया।अपने पति की भूमिका के महत्व को स्वीकृति देते हुए लीना का कहना है कि अगर प्राकृतिक खेती को व्यवहारिक रुप प्रदान करते समय अमर चंद सहयोग न देते तो मैं भी एक घरेलू गृहिणी बनकर रह जाती और मेरे खेत मजदूर संभालते।खेतों में रासायनिक पदार्थों का सेवन वैसे ही हो रहा होता जैसे 2018-19 तक हो रहा था। लीना का कहना है कि अक्सर कहा जाता है कि हर सफल पुरुष के पीछे एक महिला होती है बदकिस्मती से यह नहीं कहा जाता कि हर सफल महिला के पीछे पुरुष भी होता है।अगर पति पत्नी से सहयोग नहीं करेगा तो वैवाहिक जीवन मुश्किल हो जाएगा।स्नात्कोत्तर शिक्षा प्राप्त विज्ञान अध्यापक अमर चंद शर्मा का कहना है कि मेरी पत्नी भी स्नातकोत्तर शिक्षा प्राप्त होने के बावजूद खेतीबाडी कर रही है तथा सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती के प्रति किसानों और बागवानों को जागरूक कर रही है।यह मेरे लिए ही नही अपितु आज समस्त पज्याणु-पांगणा, करसोग, सुंदर नगर, मण्डी वासियों के लिए गौरव का विषय है।

करसोग क्षेत्र में सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती अपनाने वाले किसानों बागबानो, सुकेत संस्कृति साहित्य एवं जन कल्याण मंच पांगणा के अध्यक्ष डाक्टर हिमेन्द्र बाली हिम, पुरातत्व चेतना संघ मंडी द्वारा स्वर्गीय चंद्रमणी कश्यप राज्य पुरातत्व चेतना पुरस्कार से सम्मानित डाक्टर जगदीश शर्मा,व्यापार मण्डल पांगणा के प्रधान सुमित गुप्ता और पैशनर कर्मचारी संघ के अध्यक्ष धर्मप्रकाश शर्मा ने लीना शर्मा को “उन्नत एवं प्रेरणा स्रोत कृषि सम्मान पुरस्कार” से नवाजे जाने पर बधाई दी है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button