- अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा रचेगा एक और इतिहास, जानिए क्या है वजह
- सबसे ज्यादा महिलाओं ने एक साथ नाटी डाल बनाया है रिकॉर्ड
- मेले की तैयारी जोरों पर, देश विदेश से आते हैं कारोबारी
आपकी खबर, कुल्लू।
इस वर्ष का अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा एक और इतिहास बनाने जा रहा है। यहां पर एक सप्ताह तक मेला आयोजित होता है। मेले में देश विदेश के व्यापारी आते हैं। मेले के दौरान प्रसिद्ध रघुनाथ देवता की रथयात्रा निकाली जाती है। इस यात्रा में लाखों की संख्या में लोग मौजूद होते हैं। इस मर्तबा इसकी खासियत इसलिए भी बढ़ गई है क्योंकि यहां पर पीएम नरेंद्र मोदी मेले के गवाह बनेंगे। आज तक के इतिहास में पहली बार होगा जब कोई प्रधानमंत्री इस रथ यात्रा के शामिल होंगे।
मेले को लेकर मंदिर प्रबंधन और स्थानीय लोगों में उत्साह का माहौल बना हुआ है। प्रबंधन को सूचित कर दिया है कि मेले की तैयारियों में कोई कोर कसर नहीं रहनी चाहिए। कारदार संघ के अध्यक्ष दोतराम ठाकुर ने कहा कि देव समाज में खुशी का माहौल है। मेले में पहले भी कई इतिहास बने हैं। सबसे ज्यादा महिलाओं ने एक साथ यहां पर नाटी डाली थी जो अपने आप में रिकॉर्ड बना है।
मेले में आसपास के कई देवी देवताओं का मिलन होता है। पारंपरिक वेशभूषा में यहां पर लोग देवताओं के दर्शन के लिए आते हैं। यह परंपरा बहुत वर्षों से चली आ रही है। पूरे सप्ताह तक चलने वाले इस मेले में वाद्य यंत्रों का बहुत महत्व है। शंख ध्वनि की गूंज यहां पर सप्ताह भर रहती है। जिस समय देवता रघुनाथ की रथयात्रा निकाली जाती है उस समय यहां का माहौल किसी स्वर्ग से कम नहीं होता।
डीसी कुल्लू आशुतोष गर्ग ने कहा कि पीएमओ से प्रधानमंत्री के कुल्लू आने को लेकर हरी झंडी मिल गई है। उन्होंने कहा कि कुल्लू दशहरा में प्रधानमंत्री भगवान रघुनाथ की अलौकिक रथयात्रा और देव व मानस मिलन का गवाह बनेंगे। कुछ समय रुकने के बाद वह दिल्ली लौट जाएंगे।