- बहन की दोनों किडनियां हो चुकी थी खराब, छोटी बोली मैं हूं ना
- मंडी जिला में दो जुड़वा बहनों ने पेश की बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ की मिसाल
आपकी खबर, मंडी।
जिला मंडी की जुड़वा बहनों ने बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ के नारे को बुलंद किया है। दोनों ने अनोखी मिसाल पेश की है। सरकाघाट की ग्राम पंचायत ढलवान के गांव भरनाल की रहने वाली दो बहनें मीना देवी और चंपा देवी दोनों जुड़वा हैं।
बड़ी बहन मीना देवी की दोनों किडनी खराब हो गई थी। ऐसे में छोटी बहन चंपा ने कहा कि मैं हूं ना। फिर बहन को किडनी दान करने की ठान ली। परिवार वालों की रजामंदी और प्रत्यारोपण को लेकर विभिन्न प्रकार की जांच के बाद किडनी दी।
वर्ष 1972 में ठाकुर बृजलाल के घर में दोनों जुड़वा बेटियां पैदा हुईं। 1991 में ग्राम मसयानी में एक ही दिन दोनों की शादी हुई। बता दें कि किडनी दान करने का ऑपरेशन 27 जनवरी को पीजीआई चंडीगढ़ में हुआ।
अब दोनों स्वस्थ हैं। क्षेत्र सहित चारों ओर दोनों बहनों के प्यार की सराहना हो रही है। दोनों ने साबित कर दिया है कि हम महिलाएं भी किसी से कम नहीं है। लोगों का कहना है कि हम इनके किए कार्य की दाद देते हैं। समाज की अन्य महिलाओं के लिए भी एक संदेश है कि अगर हम परिवार में प्यार से रहेंगे तो कभी भी कोई मुसीबत आने पर हम खड़े हो सकते हैं। आज के समय में देखा गया है कि परिवार बिखरा होता है। जब शादी भी हो जाती है तब वह सिर्फ और सिर्फ अपने परिवार का भला बुरा सोचती है। आज के समय में इस तरह के मामले बहुत कम देखने को मिलते हैं।