- सीएम सुक्खू के गृह जिला में जंगल में आखिर कौन फेंक गया चावल की 24 बोरियां
आपकी खबर, हमीरपुर।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू के गृह जिला में सरकारी राशन को खुले में फेंकने से खाद्य आपूर्ति विभाग और राज्य नागरिक आपूर्ति निगम की कार्यप्रणाली कटघरे में है।
मामला उपमंडल भोरंज के तहत पपलाह का है।
यहां जंगल में चावल से भरी 24 बोरियां बरामद हुई हैं। चावल की बोरियों के साथ यहां पर सस्ते राशन के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के फोटो युक्त थैले भी पड़े हुए हैं। किस राशन डिपो में कितना स्टॉक जारी हुआ और कितनी खपत हुई, इसकी हर माह जांच का जिम्मा निगम और विभाग दोनों पर है।
ऐसे में बड़ा सवाल है कि आखिर भोरंज के पपलाह के जंगल में यह राशन कौन फेंककर चला गया। ग्रामीणों ने चावलों की बोरियों को देखा तो इसकी सूचना पंचायत प्रधान को दी। जिस प्रकार यहां जंगल में अनाज फेंका हुआ है, उससे स्पष्ट हो रहा है कि प्रदेश में प्रत्येक गरीब को राशन नहीं मिल पा रहा है। इससे डिपो होल्डर की कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान लग रहा है।
चावल की बोरियां कैसे खराब हुईं और समय रहते इनका आवंटन क्यों नहीं हुआ, इस पर कई तरह के प्रश्न खड़े हो रहे हैं। उधर हिमाचल प्रदेश राज्य नागरिक आपूर्ति निगम हमीरपुर के क्षेत्रीय प्रबंधक संजीव वर्मा ने बताया कि इस मामले की जांच के निर्देश दिए गए हैं। जल्द ही पता चल जाएगा कि यह चावल किसने और क्यों फेंके हैं।