कांग्रेस और गांधी परिवार का चरित्र हिंदू धर्म पर प्रहार करना : जम्वाल
• हिंदू धर्म के खिलाफ काम करने वाली प्रयोगशाला के सबसे बड़े नेता राहुल गांधी
• भगवान श्रीराम पर गांधी परिवार को भरोसा नहीं है
आपकी खबर, शिमला।
भाजपा प्रदेश महामंत्री त्रिलोक जम्वाल ने कहा कि यह बड़ा दुखद विषय है कि 48 घंटे के भीतर कांग्रेस पार्टी द्वारा हिंदू धर्म के ऊपर तीन बार प्रहार किया गया है।पहले सलमान खुर्शीद, फिर राशिद अल्वी और अब स्वयं राहुल गांधी ने हिंदू धर्म को अपमानित किया है, हिंदुत्व को अपशब्द कहा है।
उन्होंने कहा कि सलमान खुर्शीद की किताब पर भारतीय जनता पार्टी ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी से स्पष्टीकरण की मांग की थी, कांग्रेस की सोच स्पष्ट करने को कहा था। उस पर राहुल गांधी द्वारा हिंदू धर्म पर हमला और हिंदुत्व का अपमान यह दर्शाता है कि कांग्रेस पार्टी की सोच क्या है।
राहुल गांधी ने सलमान खुर्शीद द्वारा किताब में हिंदू धर्म और हिंदुत्व के खिलाफ लिखी हर बात का एक तरह से समर्थन किया है।राशिद अल्वी ने भगवान् राम के भक्तों को कालनेमि निसाचर कहा।यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है और 130 करोड़ देशवासियों का अपमान है।
त्रिलोक जम्वाल ने कहा कांग्रेस पार्टी के नेताओं द्वारा लगातार हिंदू धर्म और हिंदुत्व के खिलाफ हमला और अनर्गल बयान कोई संयोग नहीं बल्कि तुष्टिकरण की राजनीति काप्रयोग है और हिंदू धर्म के खिलाफ काम करने वाली प्रयोगशाला के सबसे बड़े नेता राहुल गांधी है। कांग्रेस हिंदू धर्म के खिलाफ साजिश कर रही है।
ये कांग्रेस का और गांधी परिवार का चरित्र रहा है कि जब भी उनको मौका मिलता है तो वे हिंदू धर्म पर प्रहार अवश्य करते हैं, हिंदुत्व को बदनाम जरूर करते हैं।
सलमान खुर्शीद हिंदू धर्म के विरोध में कहते हैं, उसकी बोको हरम और आईएसआईएस से तुलना करते हैं, शशि थरूर हिंदू तालिबान और हिंदू पाकिस्तान जैसे शब्दों का प्रयोग करते हैं, गृह मंत्री के पद पर रहते हुए कांग्रेस नेता पी चिदंबरम और सुशील शिंदे ‘भगवा आतंकवाद’ जैसे शब्द गढ़ते हैं और दिग्विजय सिंह, मणिशंकर अय्यर, राशिद अल्वी, सलमान खुर्शीद जैसे नेता हिदू धर्म पर हमला करते हैं – ये फेहरिस्त काफी लंबी है।
उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है कि राहुल गांधी ने पहली बार हिंदू धर्म के खिलाफ हमला बोला है। देश की जनता को याद होगा कि दिसंबर, 2010 में विकीलीक्स ने राहुल गांधी की अमेरिकी राजदूत टिमोथी रोमर से 20 जुलाई, 2009 को हुई बातचीत का एक खुलासा किया था।राहुल गांधी ने तत्कालीन अमेरिकी राजदूत से कहा था कि भारत को आतंकियों से अधिक ख़तरा देश के हिंदुओं से है।अमेरिकी राजदूत के सामने दिया गया उनका ये बयान कांग्रेस की बुनियादी सोच को ही दर्शाता है।
राहुल गांधी ने उपनिषद् तो क्या देश का संविधान ही पढ़ लिया होता तो यही काफी होता।राहुल गांधी केवल उपनिषदों के नाम ही सही से ले लें, यही हमरे लिए बहुत है।
उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम पर गांधी परिवार को भरोसा नहीं है।याद कीजिये कि किस तरह कांग्रेस की यूपीए सरकार ने अदालत में हलफनामा दायर कर भगवान् श्रीराम के अस्तित्व पर सवाल उठाये थे।याद कीजिये कि किस तरह कांग्रेस पार्टी के वकील नेता ने अदालत में अयोध्या में भगवान् श्रीराम के भव्य मंदिर के निर्माण पर सुनवाई को चुनाव बाद तक टालने की वकालत की थी।
जम्वाल ने कहा कि राहुल गांधी ने जर्मनी में हिंदू संस्कृति का अपमान किया था और कहा था कि भारत में महिलाओं के खिलाफ जो अत्याचार होते हैं, उसकी वजह भारतीय संस्कृति है। इतना ही नहीं, राहुल गांधी ने हिंदू धर्म का अपमान करते हुए बोला था कि मंदिर जाने वाले लोग लफंगे होते हैं और महिलाओं को छेड़ते हैं।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी चुनाव से ठीक पहले तो मंदिर -मंदिर जाते हैं, वोट की राजनीति करने मंदिर-मंदिर जाते हैं और बाद में हिंदू धर्म एवं हिंदुत्व को बदनाम करते हैं। राहुल गांधी यह भी कह चुके हैं कि हाँ, कांग्रेस मुसलामानों की पार्टी है।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने हिंदू धर्म और हिंदुत्व को अपमानित करके देश के 130 करोड़ नागरिकों के दिल को ठेस पहुंचाई है।
उन्होंने कहा ओसामा बिन लादेन और हाफिज़ सईद से ज्यादा खतरनाक हिन्दूद्रोही, भारतद्रोही है कांग्रेस का नेता सलमान ख़ुर्शीद।
उन्होंने हिंदुत्व की तुलना आदमखोर इस्लामी आतंकी संगठनों बोको हरम और आईएसआईएस से कर के कांग्रेसी नेता सलमान खुर्शीद ने केवल 100 करोड़ हिन्दूओं को आहत अपमानित नहीं किया है। उसने 100 करोड़ हिन्दूओं के आराध्य देवी देवताओं को भी भद्दी इस्लामी गाली दी है।
उन्होंने कहा 6 वर्ष पूर्व यही सलमान खुर्शीद लाहौर में हुई एक सेमिनार में गया था। वहां उसने पाकिस्तानी मुसलमानों की भीड़ के सामने भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ जमकर ज़हर उगला था लेकिन पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ़ की जमकर तारीफ की थी। उन पाकिस्तानी मुसलमानों की भीड़ से उसने कहा था कि नवाज़ शरीफ़ ने तो भारत से सम्बन्ध सुधारने की बहुत कोशिश की लेकिन नरेन्द्र मोदी की दुष्टता के कारण सम्बन्ध नहीं सुधर रहे।