आपकी खबर, शिमला।
अखिल भारतीय दलित पिछड़ा अल्पसंख्यक वर्ग परिषद के बैनर तले प्रबुद्ध जनों का एक प्रतिनिधिमंडल उपायुक्त मंडी से मिला। परिषद के प्रदेश प्रवक्ता एवं महासचिव चमन राही की अगुवाई में मिले इस प्रतिनिधिमंडल ने उपायुक्त के माध्यम से महामहिम राज्यपाल को एक ज्ञापन भेजा। ज्ञापन के माध्यम से प्रतिनिधि मंडल ने देश की सेलिब्रिटी युवा पंचायत प्रधान रही एवं प्रमुख समाज सेविका थरजून पंचायत की पूर्व प्रधान जबना चौहान के विरुद्ध संबंधित पंचायत सचिव की शिकायत पर सीमेंट गबन को लेकर दर्ज एफ आई आर को निरस्त करने की मांग उठाई। इस प्रतिनिधिमंडल ने ज्ञापन के माध्यम से पंचायत सचिव तेजराम तथा उप प्रधान डोला राम पर पंचायत में धांधली करने तथा पंचायत स्टोर से सीमेंट को खुद पूर्ण करने का गंभीर आरोप जड़ा हैहै।
प्रतिनिधिमंडल ने सूचना के अधिकार से स्थानीय व्यक्ति द्वारा ली गई जानकारी कि कुछ प्रतियां सलंगन कर इस बात का खुलासा भी किया है की पूर्व में जबना चौहान से पहले सन 2011 से 2015 तक जब डोला राम पंचायत का प्रधान था तो सचिव तेजराम व उस वक्त के प्रधान डोलाराम जो कि अब वर्तमान उप प्रधान है ने नियमों को ताक पर रखकर पंचायत में लाखों रुपए के घोटाले किए है। उस वक्त पंचायत सचिव ने बिना कमेटी के सत्यापित करवाए लाखों रुपए के बिल ऐसे ही पास कर दिए हैं। मनरेगा कार्यों में नियमों को ताक पर रखकर ठेकेदारी प्रथा के माध्यम से लाखों रुपए के पत्थर तोड़ने के कार्य को बिना एम फार्म के अंजाम दिया है। इस प्रतिनिधिमंडल ने पंचायत सचिव तेजराम व उपप्रधान डोला राम की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशाना लगाते हुए महामहिम राज्यपाल, मुख्यमंत्री, पंचायत मंत्री, उपायुक्त तथा पुलिस अधीक्षक मंडी से इस मामले की उच्च स्तरीय जांच करवाने तथा पूर्व प्रधान जबना चौहान के खिलाफ दर्ज की गई एफ आई आर को तुरंत निरस्त करने तथा पंचायत सचिव तेजराम व उपप्रधान डोला राम सहित नवगठित पंचायत व संबंधित कर्मचारियों के खिलाफ एफ आई आर दर्ज करने की मांग की है। साथ ही जब तक जांच पूरी नहीं होती है तब तक पंचायत का रिकॉर्ड सीज करने की भी प्रतिनिधि मंडल ने अपील की है। चमन राही ने बताया कि जबना चौहान ओरिएंटल फाउंडेशन के नाम से एक एनजीओ चलाती है जिसका मुख्यालय नाचन विधानसभा क्षेत्र की सलवाहन पंचायत में है इसलिए पंचायत कार्यकाल पूर्ण होने पर जनवरी 2021 को जबना पंचायत से अपना खाता शिफ्ट करवा कर सलवाहन पंचायत के लिए शिफ्ट हो गई थी । उनका खाता भी इसी पंचायत सचिव ने शिफ्ट किया था उन्होंने कहा कि यदि पूर्व प्रधान के नाते पंचायत की कोई देनदारी जबना के ऊपर बचती थी तो पंचायत सचिव तेजराम ने खाता शिफ्ट करती वार ऐतराज़ क्यों नहीं जताया। उन्होंने आरोप लगाया कि जबना के स्थानीय पंचायत से सलवाहन पंचायत के लिए शिफ्ट हो जाने के उपरांत उप प्रधान के घर में मौजूद स्टोर में रखे सीमेंट को पंचायत सचिव ने उप प्रधान व नई पंचायत के साथ मिलकर वहां से गायब करवाया और इसका आरोप पूर्व प्रधान पर लगाकर उसे बदनाम करने की साजिश रची गई । उन्होंने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग उठाई। उन्होंने कहा कि सीमेंट की बुकिंग स्कीम वाइज जीआरएस, तकनीकी सहायक और सचिव द्वारा की जाती है तो फिर कई महीने तक सीमेंट को लेकर इन कर्मचारियों ने कोई गौर क्यों नहीं किया। इन सारे पहलुओं की उच्च स्तरीय जांच की प्रतिनिधिमंडल ने मांग की।