हिमाचल

कांग्रेस के 10 विधायक बनेंगे कैबिनेट मंत्री, शनिवार को कैबिनेट विस्तार संभव

  • कांग्रेस के 10 विधायक बनेंगे कैबिनेट मंत्री
  • शनिवार को राजभवन में कैबिनेट विस्तार संभव
  • मंत्रिमंडल को लेकर दिल्ली में हुई मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू और कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला के बीच मंत्रणा

आपकी ख़बर, शिमला।

प्रदेश में नई सरकार बने काफी समय बीत गया है लेकिन कांग्रेस ने मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के अतिरिक्त कैबिनेट मंत्रियों को अभी तक नहीं चुना है। पार्टी सूत्रों को मानें तो अब यह इंतजार खत्म होने वाला है।

ऐसा इसलिए क्योंकि नई दिल्ली दौरे के दौरान मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने प्रदेश मंत्रिमंडल को लेकर कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला के साथ सार्थक मंत्रणा कर ली है। बताया जा रहा है कि शनिवार तक कैबिनेट विस्तार हो जाएगा। इसको लेकर राजभवन में तैयारियां भी शुरू हो गई है।

सत्र के दौरान विधानसभा अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चयन किया जाएगा। नई दिल्ली में मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू और पार्टी के प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला ने नाम भी तय कर लिए हैं। मुख्यमंत्री के कोरोना से स्वस्थ होते ही शिमला लौटने पर राज्यपाल से समय लेकर मंत्रियों की शपथ की तारीख का एलान कर दिया जाएगा।

धर्मशाला स्थित तपोवन में जनवरी के पहले सप्ताह में विधानसभा का शीत सत्र आयोजित करने की तैयारी है। इसको लेकर विधानसभा सचिवालय ने मंथन करना शुरू कर दिया है। सरकार से सत्र के आयोजन की मंजूरी मिलते ही राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर से समय मांगा जाएगा। इसके बाद तारीखों का एलान होगा। दस मंत्रियों सहित विधानसभा अध्यक्ष और उपाध्यक्ष की नियुक्ति की जानी है। इन 12 पदों के लिए सिरमौर, बिलासपुर, किन्नौर, कुल्लू, चंबा, सोलन, मंडी, शिमला और कांगड़ा जिला के कांग्रेस विधायकों में मुकाबला चल रहा है। सिरमौर से हर्षवर्द्धन चौहान, बिलासपुर से राजेश धर्माणी, कुल्लू से सुंदर सिंह ठाकुर, चंबा से कुलदीप पठानिया, किन्नौर से जगत सिंह नेगी, मंडी से चंद्रशेखर और सोलन से धनीराम शांडिल का नाम लगभग तय हो गया है। मुख्य पेच कांगड़ा और शिमला जिला में फंसा है। शिमला जिला से विक्रमादित्य सिंह, रोहित ठाकुर, अनिरुद्ध सिंह और कुलदीप सिंह राठौर, जबकि कांगड़ा से सुधीर शर्मा, चौधरी चंद्र कुमार, संजय रतन और रघुवीर सिंह बाली का नाम चर्चा में है। शिमला और कांगड़ा जिला से दावेदारों की संख्या अधिक है। पार्टी सूत्रों के अनुसार जातीय और क्षेत्रीय संतुलन बनाते हुए मंत्रिमंडल का गठन किया जाएगा। पार्टी के पास मुख्य सचेतक और सचेतक के दो पद भी हैं। यहां भी विधायकों की नियुक्ति की जाएगी।

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