- सभी को सन्न कर गई मां की नवजात का गला घोंट मारने की साजिश
- कोर्ट ने सुनाई मां, दादी और नानी को उम्रकैद, जन्म के बाद तीनों ने बनाई थी मारने की योजना
आपकी खबर, रामपुर बुशहर।
मासूम को 10 माह तक अपनी कोख में रखने वाली मां ने ही रच डाली अपने दिल के टुकड़े का गला घोंट मारने की साजिश। एक ऐसी साजिश जो सभी को सन्न कर गई। अपने फूल जैसे बच्चे को मारने से पहले उसके जहन में एक बार भी ये नहीं लगा कि प्रसव के दौरान उसे जितनी पीड़ा हुई होगी, मासूम का गला घोंटने पर उसे कितनी पीड़ा हुई होगी।
समाज में बच्ची को बोझ समझने वाली इस मां को क्या अब ये अहसास हुआ होगा कि बेटी है तो जहांन है। बहरहाल कोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई है।
मामला तहसील करसोग, जिला मंडी का है। उस मंडी का जहां कुछ दिन पहले ही पांच बेटियों ने पिता की अर्थी को कंधा दिया था।
बता दें कि नवजात की अस्पताल में गला घोंटकर हत्या करने में दोषी साबित मां, दादी और नानी को अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश किन्नौर स्थित रामपुर की कोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई है। साथ ही दोषियों पर दो लाख रुपये जुर्माना भी लगाया है।
फैसले की जानकारी देते हुए उप जिला न्यायवादी कमल चंदेल ने बताया कि छह साल पहले 25 मार्च, 2017 को एक महिला लीमा निवासी नांज तहसील करसोग, जिला मंडी को पेट में दर्द के चलते अस्पताल लाया गया। दर्द अधिक होने पर डॉक्टर उसे लेबर रूम ले गए, जहां उसने बच्ची को जन्म दिया।
कुछ समय बाद जच्चा-बच्चा को जनरल वार्ड में शिफ्ट कर दिया। तब तक आरोपी लीमा की मां यानी नवजात की नानी फकरा, पत्नी नजमदीन निवासी कंबल, डाकघर शवाड, तहसील आनी, जिला कुल्लू भी अस्पताल पहुंच गई। उसके बाद वहां पहले से ही मौजूद नवजात की दादी फकरा पत्नी बशीर के साथ नानी फकरा ने लीमा के साथ मिलकर बच्ची को मारने की योजना बनाई।
योजना के तहत दादी को दरवाजे पर खड़ा किया और नानी ने लीमा की गोद में बच्ची के मुंह पर कपड़ा डालकर उसका गला दबाते हुए मार डाला। नर्स जब बच्ची को देखने आई तो बच्ची की सांसें नहीं चल रही थी और उसने डॉक्टर बिरेश को बुलाया। डॉक्टर को बच्ची की मृत्यु पर संदेह हुआ, क्योंकि नवजात के गले में नीले निशान और मुंह के आसपास खून साफ किया था।
डॉक्टर ने पुलिस को सूचना दी और नवजात को पोस्टमार्टम के लिए इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज अस्पताल शिमला रेफर किया। पोस्टमार्टम में नवजात की मौत गला घोंटने से हुई बताई गई। पूछताछ में सामने आया कि लीमा ने शादी के 38 दिन बाद ही बच्ची को जन्म दे दिया। जग हंसाई न हो, इस डर से तीनों ने बच्ची की हत्या की थी।