आपकी ख़बर, शिमला।
हिमाचल प्रदेश में मानसून धीमा पड़ गया है। प्रदेश में आजमी 5 जुलाई तक भारी बारिश को लेकर कोई अलर्ट नहीं है। ऐसे में अब प्रदेश के लोगों को काफी हद तक राहत मिली है। मौसम विज्ञान केंद्र का पूर्वानुमान है कि पांच जुलाई तक प्रदेश में कहीं-कहीं बारिश की हल्की बौछारें गिर सकती हैं, लेकिन भारी बारिश के आसार नहीं हैं। वहीं प्रदेश में इस बार जून महीने के दौरान नॉर्मल से 20 फीसदी ज्यादा बारिश हुई है। प्रदेश में छह साल बाद जून में नॉर्मल से ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गई। सोलन में नॉर्मल से 84 फीसदी और मंडी जिला में 69 फीसदी अधिक बरसात हुई है। नॉर्मल बारिश से तुलना न करें, तो मंडी में सबसे ज्यादा 289.4 मिलीमीटर, सोलन में 252.6 मिलीमीटर, सिरमौर में 229.8 मिलीमीटर और कांगड़ा में 207.2 मिलीमीटर बरसात हुई है। 24 घंटे के भीतर मंडी के कटोला में सबसे ज्यादा 164 मिलीमीटर बारिश हुई। प्रदेश में एक से 30 जून तक औसत 101.1 मिलीमीटर बारिश होती है। इस बार 121.7 मिलीमीटर बारिश हुई है। वहीं लाहुल-स्पीति जिले में नॉर्मल से 66 फीसदी कम बारिश हुई है। ऊना जिले में भी नॉर्मल से सात प्रतिशत और किन्नौर में भी चार प्रतिशत कम बारिश हुई है। प्रदेश में 24 जून को मानसून की एंट्री हुई है। इस दिन से 27 जून तक प्रदेश में नॉर्मल से लगभग 135 फीसदी ज्यादा बारिश हुई है, लेकिन 28 से 30 जून के बीच नॉर्मल की तुलना में 45 प्रतिशत कम बरसात हुई। हिमाचल प्रदेश में बीते एक सप्ताह में मॉनसून के कारण 24 लोगों की मौत हुई है। यानि हर दिन तीन से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। वहीं दो लोग अभी भी घायल हैं।