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कैम्भली में 11 दिवसीय शिव महापुराण कथा का शुभारंभ

  • कैम्भली में 11 दिवसीय शिव महापुराण कथा का शुभारंभ

आपकी खबर, पांगणा। 27 फरवरी

वृंदावन के प्रसिद्ध पीठाधीश संत श्री वासुदेव शरण जी महाराज वृंदावन धाम अपनी संगीतमयी मधुर और ओजपूर्ण वाणी से श्री शिव महापुराण ज्ञान कथा महायज्ञ में उप-तहसील पांगणा-सुुकेत के अंतर्गत सुईं-कुफरीधार पंचायत के शिव शंकर मंदिर कैम्भली में 27 फरवरी 2024 से 8 मार्च 2024 तक कथा प्रवचन कर रहे है।

आज मंगलवार को श्री वासुदेव शरण जी महाराज, मनोज कश्यप व संत महात्मा सहित वृंदावन से कैम्भली कथा परिसर पहुंचे। इस अवसर पर जल यात्रा,कलश स्थापना, श्री देव शिव शंकर रथ का स्वागत, कथा व्यास का स्वागत व पुराण स्थापना का आयोजन किया गया। ग्यारह दिवसीय शिव महापुराण कथा ज्ञान यज्ञ में शिव की लीलाओं, कथाओं,शिव भक्ति से संबंधित कथाओं का प्रेरक प्रसंग के साथ बुधवार 28 फरवरी 2024 से 9 मार्च 2024 तक प्रवचन होगा।

28 फरवरी 2024 को प्रातः 6:00 बजे के बाद मूल पाठ, दोपहर 12:30 बजे के बाद 3:30 बजे तक कथा प्रवचन तत्पश्चात भंडारा होगा। हर रोज सायंकाल 7:30 बजे से 10:00 बजे तक कीर्तन का आयोजन होगा। 9 मार्च 2024 को हर रोज की भांति प्रातः 9:00 बजे से 10:00 बजे तक मूल पाठ 10:00 बजे से 11:30 बजे तक कथा प्रवचन तथा दोपहर 12:00 बजे पूर्णाहुति व विशाल भण्डारा होगा।

भक्ति ज्ञान एवं वैराग्य के इस समागम में इस क्षेत्र के अनेक देवी देवता अपने देवरथ में आरूढ होकर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाने के साथ भक्तों को अपना शुभ आशीर्वाद प्रदान करेंगे।

श्री शिव महापुराण ज्ञानकथा महायज्ञ कमेटी, वह देव शंकर यज्ञ कमेटी कैम्भली समस्त क्षेत्रवासियों ने भक्त जनों से निवेदन किया है की इस शिव महापुराण ज्ञान यज्ञ में उपस्थित होकर पुण्य के भागीदार बने।श्री वासुदेव शरण जी महाराज ने अपने प्रवचन का शुभारंभ- “गुरू ब्रह्मा गुरू विष्णु, गुरु देवो महेश्वरा, गुरु साक्षात परब्रह्म, तस्मै श्री गुरुवे नम:।से शुरु किया। अर्थात गुरु ही ब्रह्मा है, गुरु ही विष्णु है और गुरु ही भगवान शंकर है। गुरु ही साक्षात परब्रह्म है। ऐसे गुरु को मैं प्रणाम करता हूं।

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