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हिमाचल प्रदेश के प्राइमरी और अपर प्राइमरी स्कूलों में समग्र शिक्षा अभियान के तहत बीआरसीसी यानी ब्लॉक रिसोर्स को-ऑर्डिनेटर की भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इस बारे में प्रारंभिक शिक्षा निदेशक की ओर से निर्देश जारी किए गए हैं। सभी जिलों को भर्ती प्रक्रिया शुरू करने के लिए कहा गया है। इसमें भर्ती नियमों में भी कुछ संशोधन किया गया है, जिसके तहत अब बीआरसीसी के लिए सात साल के एक्सपीरियंस को घटाकर पांच साल किया गया है। इसे नई गाइडलाइन में भी शामिल किया गया है। इसके साथ ही सभी जिलों में शेड्यूल भी जारी कर दिया गया है, जिसमें पहली मई से 10 मई के बीच बीआरसीसी के पदों को भरने के लिए आवेदन मांगे गए हैं। 15 मई को इस इन आवेदनों के आधार पर साक्षात्कार लिए जाएंगे और 20 मई को सभी चयनित बीआरसीसी की सूची जिला की ओर से जारी कर दी जाएगी। काफी समय से बीआरसीसी के पदों पर नई भर्तियां नहीं की जा रही थीं। इसके साथ ही कई ऐसे जिले हैं, जहां पर कई शिक्षक सालों से बीआरसीसी के पदों पर डटे हुए थे। हालांकि बीआरसीसी के पदों पर नियुक्तियां तीन साल के लिए ही होती हैं, लेकिन सांठगांठ के चलते शिक्षक कई सालों तक इन पदों पर डटे रहते हैं। ऐसे में अब नई भर्तियों में नया संशोधन किया गया है। करीब दो माह पहले भी शिक्षा विभाग में ब्लॉक रिसोर्स सेंटर को-ऑर्डिनेटर यानी बीआरसीसी के पद पर नई नियुक्तियां करने का फैसला लिया था। इसकी वजह यह थी कि इससे पहले इन पदों पर नियुक्त शिक्षक तीन साल से ज्यादा का समय पूरा कर चुके थे। इसलिए नई नियुक्ति के लिए भर्ती विज्ञापन और नोटिस भी जारी कर दिए गए। सभी जिलों में यह प्रक्रिया भी शुरू हो गई थी। इसके लिए नियुक्ति के नियमों को भी प्रारंभिक शिक्षा विभाग ने अलग से विज्ञापित किया था, लेकिन बाद में इसे रोक दिया गया था। समग्र शिक्षा अभियान के स्टेट प्रोजेक्ट डायरेक्टर राजेश शर्मा की ओर से आदेश जारी किए गए थे कि अगले आदेशों तक बीआरसीसी की नियुक्ति से संबंधित प्रक्रिया रोकी जा रही है। शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने उन्हें अपने कार्यालय बुलाकर निर्देश दिए थे कि बीआरसीसी नियुक्ति के लिए नियमों में कुछ बदलाव सरकार सोच रही है। जब तक यह बदलाव नहीं हो जाता, तब तक इन नियुक्तियों की प्रक्रिया को रोका जाए। अब दोबारा से प्रारंभिक शिक्षा विभाग में भर्ती करने का फैसला किया है।