- केंद्र से मिली ग्रांट को जल्द विश्वविद्यालय के विकास कार्यों में लगाए विवि प्रशासन : गौरव
- हिमाचल विवि की अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद इकाई ने की मांग
- इकाई ने चेताया, राशि जल्द जारी नहीं हुई तो होगा आंदोलन
आपकी खबर, शिमला। 25 फरवरी
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की एबीवीपी इकाई ने विवि प्रशासन से मांग की है कि केंद्र से जारी 100 करोड़ की ग्रांट को जल्द दें।
यहां जारी बयान में इकाई अध्यक्ष गौरव कुमार ने कहा कि हाल ही में केन्द्र सरकार की ओर से प्रधानमंत्री उच्चतर शिक्षा अभियान के अंतर्गत मीरू प्रोजेक्ट के तहत हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय, शिमला को ये ग्रांट प्रदान की है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय प्रदेश का सबसे पुराना विश्वविद्यालय है। प्रदेश विवि में कम साधनों के चलते विवि में विद्यार्थियों की संख्या हर वर्ष कम होती जा रही है। विवि में बहुत से विकास कार्य रुके हुए हैं। हॉस्टलों के अभाव के चलते विद्यार्थियों को दस-दस हजार के कमरे किराये पर लेकर रहना पड़ता है। पार्किंग की सुविधा तक नहीं है। विश्वविद्यालय में बहुत से नए कोर्सेज तो शुरू कर दिए गए, लेकिन उनको चलाने के लिए एक भी अध्ययन कक्ष नहीं है।
विद्यार्थी परिषद लगातार प्रशासन से मांग कर रही है की विश्वविद्यालय के पुस्तकालय में सेंटर हीटिंग सिस्टम लगाया जाए। विद्यार्थियों के लिए नई बसें खरीदी जाए। साथ ही नए हॉस्टलों का निर्माण कार्य शीघ्र शुरू किया जाए। हॉस्टलों के रास्तों में कैमरे, स्ट्रीट लाइट, फेंसिंग जल्द से जल्द लगाई जाए। उन्होंने चेताया कि इस ग्रांट को विवि प्रशासन शीघ्र विश्वविद्यालय के विकास कार्य में लगवाए अन्यथा विद्यार्थी परिषद विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ कड़ा आंदोलन करेगी।