कर्मचारी हितों में उठाए जाएंगे कड़े कदम : समीर रस्तोगी
आपकी खबर, शिमला। 26 फरवरी
हिमाचल प्रदेश वन विभाग में कई वर्षों से रिक्त पड़े मिनिस्ट्रियल स्टाफ की कमी पर गहरी चिंता जताते हुए हिमाचल प्रदेश वन बल मुखिया समीर रस्तोगी ने गहरी चिंता जताई है। उन्होंने बताया कि किसी भी विभाग में कर्मचारी अहम भूमिका निभाते हैं। कर्मचारियों की भारी कमी विभाग की कार्यकुशलता पर नकारात्मक प्रभाव डालती है।
यह बात वन बल मुखिया ने वन विभाग मुख्यालय के सभागार में हिमाचल प्रदेश कर्मचारी महासंघ की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कर्मचारियों को संबोधित करते हुए बताई। बैठक में हिमाचल प्रदेश से लगभग चार सौ से अधिक कर्मचारी ऑन लाईन और और ऑफ़लाईन माध्यमों से जुड़े हुए थे। इसके अतिरिक्त वन विभाग मुख्यालय में हिमाचल प्रदेश के अनेक वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश वन विभाग कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष प्रकाश बादल ने वन विभाग में कर्मचारियों की अनेक मांगों को बैठक में रखा। वन विभाग में पिछले कई वर्षों से जे ओ ए आई टी के एक बैच के कर्मचारियों की वेतन विसंगती को दूर करने के लिए एक कमेटी गठित कर उसे विभागीय स्तर पर तुरंत सुलझाने के आदेश दिए। रस्तोगी ने कर्मचारी महासंघ के मांग पर हिमाचल प्रदेश वन विभाग के कार्यालयों में दफ्तरों में बैठे फील्ड स्टाफ की सूची बना कर उन्हें फील्ड में भेजते की कर्मचारी महासंघ की मांग को जायज़ ठहराते हुए बताया कि फील्ड के लिए विशेष रूप से प्रशिक्षित कर्मचारयों को दफ्तरों में पोस्ट किया जाना विभाग के लिए सही नहीं है।
वन विभाग कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष प्रकाश बादल ने जब आंकड़े रखते हुए बन बल मुखिया को बताया कि हिमाचल प्रदेश में लगभाग दो सौ से भी अधिक वन रक्षकों सहित डिप्टी रेंजर और रेज ऑफिसर के अनेक कर्मचारी अनावाश्यक तरीके से तैनात हैं। हिमाचल में लगभाग दो सौ से अधिक बीटें रिक्त वन रक्षकों की कमी के कारण रिक्त पडी हैं और अनेक वन रक्षकों के पास पांच पांच बीटों का चार्ज है, जिसके कारण फील्ड में कर्मठता से कार्य कर रहे वन रक्षकों, डिप्टी रेंजरों और रेंज अफसरों पर अतिरिक्त कार्य का बोझ होने से मानसिक तनाव भी बढ़ा है। इसका उत्तर देते हुए वन बल मुखिया ने कड़े आदेश दिए कि हिमाचल प्रदेश में दफ्तरों में कार्य कर रहे फील्ड कर्मचारियों की सूचि तैयार की जाए और उन्हें फील्ड में भेजने के तुरंत आदेश दिए जाएं।
हिमाचल प्रदेश में छोटे कर्मचारियों के सरकारी मकानों की जर्जर हालत पर चिंता जताते हुए वन बल मुखिया ने आदेश दिए कि छोटे कर्मचारियों के सरकारी मकानों में आवश्यक मुरम्मत को सुनिश्चित किया जाए। अधिकारियों के मकानों पर ज़रुरत से अधिक व्यय हो रहे धन पर चिंता जताते हुए वन बल मुखिया ने आदेश दिए कि भविष्य में मकानों की मुरम्मत को बराबरी से करने के लिए मुरम्मत पर बजट को आधा आधा बांटा जाए और सभी मकानों की बराबरी से मुरम्मत की जाए।
वन बल मुखिया ने हिमाचल प्रदेश में मिनिस्ट्रियल स्टाफ में ट्रेनिंग बहाल करने के लिए कड़े कदम उठाने की मांग को जायज़ ठहराते हुए वन विभाग में नए कर्मचारियों के लिए ट्रेनिंग का प्रावधान करने के लिए भी कड़े कदम उठाने की बात कही। हिमाचल प्रदेश में मिनिस्ट्रियल स्टाफ के लगभग सौ से भी अधिक रिक्त पड़े पदों को भरने के लिए सरकार के समक्ष रखने की बात भी कही।
वन विभाग के सरकारी मकानों की हाऊस अलोटमेंट में पारदर्शिता लाने के लिए कर्मचारी महासंघ की मांग पर एक कमेटी गठित कर विभाग के विशेष नियम बनाने के आदेश देते हुए एक कमेटी गठित करने के आदेश दिए, जिसकी रिपोर्ट आगामी बीस दिनों के भीतर सोंपने के भी आदेश दिए। वन बल मुखिया ने प्राथमिकता के आधार पर हिमाचल प्रदेश वन विभाग में छोटे कर्मचारियों के लिए चरणबद्ध तरीके से नए मकान बनाने के लिए प्रपोज़ल सरकार को भेजने की मांग को जायज़ ठहराते हुए निर्देश दिए कि सबसे पहले शिमला में कुछ सरकारी मकान बनाए जाने के लिए बजट की मांग की जाएगे और शिमला में कुछ नए सरकारी मकान बनाए जाएंगे। इसके अतिरिक्त वन विभाग कर्मचारी महासंघ की अनेक मांगों पर विस्तृत चर्चा हुई। इस अवसर पर समीर रस्तोगी ने हिमाचल प्रदेश वन विभाग कर्मचारी महासंघ के वर्ष 2025 के कैलेंडर का विमोचन भी किया। इस अवसर पर कर्मचारी महासंघ के अनेक पदाधिकारियों सहित विभाग के अनेक वरिष्ठ अथिकरी भी उपस्थित थे। इस अवसर पर वन बल मुखिया को सम्मानित भी किया गया।