धर्म

7 दिनों के स्वर्ग प्रवास पर निकली खेगसू की मां कुष्मांडा

  • सातवें दिन स्त्रीण को शक्तियां अर्जित कर लौटेंगी पृथ्वी लोक
  • स्वर्ग से देवताओं और राक्षसों के युद्ध का सुनाएंगी वृतांत
  • खेगसू स्थित मंदिर में स्त्रीण को सुनाया जाएगा आने वाले साल का वर्षफल भी 

आपकी खबर, शिमला।

जिला कुल्लू स्थित आनी से तकरीबन 23 किलोमीटर दूर खेगसू में विराजमान कुष्मांडा माता अपने सात दिनों के स्वर्ग प्रवास को निकल पड़ी हैं।

देवी कुष्मांडा के स्वर्ग प्रवास पर निकलते ही अब देवी की मूर्तियों को घी के लेप की परत से ढक दिया जाता है और इस दौरान मन्दिर में पूजा पक्षियों के जागने या उनकी आवाजें सुनाई देने से पहले कर दी जाएगी।

स्त्रीण को लौटेंगी तो लगेगा श्रद्धालुओं का तांता :

वे अब सातवें दिन वीरवार को वापिस अपने देवालय लौटेंगी। अपने सात दिनों के स्वर्ग प्रवास के दौरान देवी देवता शक्तियों को अर्जित करने के लिए राक्षसों के साथ युद्ध लड़ते हैं।

देवियां सातवें दिन वापिस लौटती हैं,इनके पृथ्वीलोक पर लौटने और देवालय में विराजमान होने के इसी सातवें दिन को स्त्रीण कहा जाता है। जबकि देवता एक माह और दो माह बाद वापिस लौटते हैं। बताया जाता है कि खेगसू स्थित कुष्मांडा भवानी का मायका डडोहल गांव में है। जहां के लोग मायके पक्ष का होने के चलते मन्दिर में हर धार्मिक कार्य,अनुष्ठान में अपनी सेवाएं देते हैं।

 

तीन गढ़ों की है देवी, वापिस लौटने पर सुनाएंगी वर्षफल :

डडोहल गांव के भिमी राम ने बताया कि खेगसू स्थित कुष्मांडा भवानी पर सिरिगढ़, कोटगढ़ और कुमारसैन आदि तीन गढ़ों के अलावा निथर,सुकेत आदि क्षेत्रों के लोगों की आस्था है।

स्त्रीण वाले दिन खेगसू स्थित कुष्मांडा भवानी मन्दिर में इसके श्रद्धालुओं, अनुयायियों के तांता लगेगा। कुष्मांडा माता देवता के गुर के माध्यम से देववाणी कर जहां स्वर्ग में हो रहे देवताओं और राक्षसों के बीच चल रहे युद्ध का वृतांत सुनाएंगे, वहीं आने वाले वर्ष का वर्षफल भी बताया जाता है। जिसमें स्पष्ट तौर पर बताया जाता है की आने वाला वर्ष क्षेत्र की फसलों, धन धान्य, स्वास्थ्य के लिए कैसा रहेगा।

साथ ही इस दिन लोग अपनी सुख शांति और दुखों का निवारण को लेकर देवी के गुर से प्रश्न भी पूछते हैं, देवी मां के गुर चावल के दानों की गणना के आधार पर प्रश्न पूछने वाले व्यक्ति का आने वाले समय का हाल और उसकी वर्त्तमान समस्या का निवारण बताते हैं। क्षेत्र के लोगों में स्त्रीण को लेकर काफी उत्साह है और लोग इसका बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button