- शीत लहर की चपेट में आया समूचा जनजातीय क्षेत्र
आपकी खबर, शिमला।
हिमाचल प्रदेश के जनजातीय जिला किन्नौर में ताजा हिमपात होने के चलते यातायात बाधित हो गया है। तापमान में आई भारी गिरावट के चलते समूचा जनजातीय क्षेत्र शीत लहर की चपेट में आ गया है। हिमपात से जिला में जनजीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त हो गया है। मंगलवार सुबह से ही ऊंची चोटियों पर जारी हिमपात का सिलसिला दोपहर बाद अचानक निचले क्षेत्रों में शुरू हो गया। जिसके चलते निचले क्षेत्रों में शामिल रिकांगपियो, काफनू, कटगांव व निचार सहित कई क्षेत्रों ने बर्फ की चादर ओढ़ ली। जिला किन्नौर में यह इस मौसम का पहला भारी हिमपात है। हालांकि इससे पहले भी जिला के ऊंचाई व मध्यम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हिमपात हुआ है।
मंगलवार को शुरू हुए भारी हिमपात से किसानों व बागवानों के चेहरे खिल उठे हैं। किसानों व बागवानों ने राहत की सांस लेते हुए इस बर्फबारी को नगदी फसलों के लिए वरदान माना है। जिला किन्नौर के ऊंचाई वाले क्षेत्रों कल्पा, छितकुल, सांगला, रक्षम, आसरंग, नेसंग व नाको में 3 से 5 इंच तक ताजा हिमपात दर्ज किया गया है जबकि जिला मुख्यालय रिकांगपियो में 1 इंच हिमपात हुआ है। जिला में हुए इस हिमपात से ऊंचाई वाले अधिकतर संपर्क मार्ग अवरूद्ध हो गए हैं। संपर्क सडक़ मार्गों पर वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से बंद हो गई है तथा लोगों को अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए कई किलोमीटर पैदल सफर करना पड़ा।
ताजा हिमपात के बीच उपायुक्त किन्नौर आबिद हुसैन सादिक ने जिला वासियों व पर्यटकों से आग्रह किया है कि बर्फबारी के दौरान वाहन न चलाएं। यदि हल्की बर्फबारी में वाहन का इस्तेमाल कर रहे हैं तो संभलकर वाहन चलाएं ताकि अप्रिय घटनाओं से बचा जा सके। उन्होने अपील की है कि यदि आवश्यक हो तो ही यात्रा करें तथा ऊंचाई वाले स्थानों पर मौसम साफ होने तक न जाएं।