- ज्वालामुखी सिविल अस्पताल के आदेश से सफाई कर्मचारियों में पनपा रोष
- आम आदमी पार्टी अध्यक्ष ने अस्पताल प्रशासन के खिलाफ खोला मोर्चा
आपकी खबर, शिमला।
देश की सबसे बड़ी समस्या में शुमार बेरोजगारी का दंश झेल रहे बेरोजगारों को रोजगार मुहैया करवाने की कवायद को शुरू करने की बजाय हिमाचल प्रदेश में रोजगार के लिए अपना खून पसीना बहाने वालों से उनका रोजगार छीना जा रहा है। इस हकीकत पर ज्वालामुखी सिविल अस्पताल में वर्षो से सेवाएं दे रहे अस्थाई सफाई कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से काम छोडऩे के आदेशों ने मुहर लगा दी है। अस्पताल प्रशासन ने वर्षों तक अस्पताल में सफाई कर्मचारियों से काम लिया तथा अचानक ही उन्हे काम छोडक़र घर वापिस लौटने का फरमान जारी कर दिया। अस्थाई तौर पर तकरीबन 12 वर्षों से अस्पताल में सेवाएं दे रहे इन सफाई कर्मचारियों को अस्पताल प्रशासन व सरकार से उम्मीद थी कि वह एक न एक दिन जरूर नियमित हो जाएंगे। लेकिन सफाई कर्मचारियों की इस उम्मीद पर नव वर्ष के पहले ही दिन पानी फिर गया जिसमें उन्हे काम पर न आने का फरमान सुना दिया। इस बात का खुलासा जहां सफाई कर्मचारियों ने करते हुए संघर्ष का बिगुल फूंकने का मन बना लिया है वहीं ज्वालामुखी आम आदमी पार्टी भी इनके समर्थन में उतर आई है।
ज्वालामुखी आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष विकास धीमान ने “आपकी खबर” को जानकारी देते हुए बताया कि ज्वालामुखी सिविल अस्पताल प्रशासन व सफाई कर्मचारियों के बीच छिड़े इस संघर्ष में आम आदमी पार्टी सफाई कर्मचारियों के साथ खड़ी है। सफाई कर्मचारियों के हितों की लड़ाई को आगे बढ़ाने के लिए आम आदमी पार्टी अपना पूरा सहयोग करेगी। इससे पूर्व भी आम आदमी पार्टी ने सफाई कर्मचारियों के पक्ष में उतरकर अस्पताल प्रबंधन व सरकार को चेताते हुए भूख हड़ताल की थी।
बावजूद इसके अस्पताल प्रशासन सफाई कर्मचरियों को हटाकर ठेकेदार के माध्यम से नए सफाई कर्मचारियों को अस्पताल की सफाई का जिम्मा सौंपने जा रहा है। ऐसे में पहले से ही नियमित होने की आस लगाए बैठे सफाई कर्मचारी रोजगार के लिए किसका दरवाजा खटखटाएंगे इसका जबाब अस्पताल प्रशासन को देना ही पड़ेगा। विकास धीमान ने बताया कि सफाई कर्मचारियों को रोगी कल्याण समिति के माध्यम से अस्थाई तौर पर रखा गया था लेकिन हैरानी की बात है कि वर्षों तक इन कर्मचारियों से काम लेने के बाद अचानक इन्हे घर का रास्ता दिया गया है। आम आदमी पार्टी ज्वालामुखी सफाई कर्मचारियों के साथ खड़ी है तथा उन्हे न्याय दिलाने के लिए व्यापक आंदोलन करेगी। आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक इन सफाई कर्मचारियों को वापिस काम पर नहीं लिया जाता। विकास धीमान ने प्रदेश सरकार व अस्पताल प्रशासन से मांग की है कि सफाई कर्मचारियों को काम से न निकाला जाए तथा इन्हे अस्पताल में ही पुन: रोजगार का अवसर प्रदान किया जाए।