- डी.एस.पी. की अगुवाई में पुलिस ने सेरी गांव से हिरासत में लिया झोलाछाप डाक्टर
- बिना किसी डिग्री-डिप्लोमा के एलोपैथिक दवाईयां बेचकर कर रहा था प्रैक्टिस
आपकी खबर, करसोग।
जिला मंडी के उपमंडल करसोग में स्थानीय ट्रक ड्राईवर द्वारा क्षेत्र में नशीली दवाईयों के कारोबार पर आवाज बुलंद करने के बाद करसोग पुलिस एक्शन में दिखी। करसोग घाटी में फैले झोलाछाप डाक्टरों पर शिकंजा कसने के लिए फील्ड में उतरी करसोग पुलिस ने एक झोलाछाप डाक्टर की क्लीनिक पर दबिश दी। डी.एस.पी. करसोग गीतांजली ठाकुर की अगुवाई में पुलिस की टीम ने सेरी गांव से झोलाछाप डाक्टर को हिरासत में लिया है। मामले की पुष्टि करते हुए डी.एस.पी. ने बताया कि सेरी में झोलाछाप डाक्टर द्वारा भोले भाले ग्रामीणों का फर्जी डाक्टर बनकर ईलाज करने की सूचना मिली थी। इसके अलावा इस तरह के झोलाछाप डाक्टरों पर नशीली दवाईयां बेचने की सूचना भी पुलिस को मिली है। पुलिस ने कार्यवाई करते हुए झोलाछाप डाक्टर की क्लीनिक में सजाई गई दवाईयों को कब्जे में लेने के बाद क्लीनिक को सील कर दिया है।
इसकी पूरी जानकारी संबंधित क्षेत्र के ड्रग इंस्पेक्टर को दी गई है तथा उनके मौके पर पहुंचने के बाद ही इस बात का खुलासा हो पाएगा कि पुलिस द्वारा कब्जे में ली गई दवाईयों में नशे की दवाईयां हैं या नहीं। इसके अलावा इस बात का भी खुलासा हो जाएगा कि झोलाछाप डाक्टर के कब्जे से ली गई कौन सी दवाईयां प्रतिबंधित हैं। जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि बिना किसी डिग्री-डिप्लोमा के झोलाछाप डाक्टर एलोपैथिक दवाईयां बेचकर प्रैक्टिस कर रहा था। झोलाछाप डाक्टर बंगाल का रहने वाला बताया जा रहा है तथा वह यहां कितने समय से फर्जी डाक्टर बनकर प्रैक्टिस कर रहा था इसकी जांच की जा रही है। सेरी गांव में झोलाछाप डाक्टर की योग्यता बारहवीं पास बताई जा रही है। झोलाछाप डाक्टर पर हुई पुलिस की इस कार्यवाई से क्षेत्र में वर्षों से डटे झोलाछाप डाक्टरों में हडकम्प मच गया है।
डी.एस.पी. गीतांजली ठाकुर ने बताया कि झोलाछाप डाक्टर को हिरासत में ले लिया गया है तथा उसके खिलाफ आई.पी.सी. की धारा 420 के तहत मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी गई है। मामले की छानबीन करने के दौरान जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर नियमानुसार कार्यवाई की जाएगी।