आपकी खबर,करसोग।
मंडी जिला के करसोग विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस अनुसूचित जाति के मुडल अध्यक्ष एवं युवा समाजसेवी अधिवक्ता रमेश कुमार ने कांग्रेस टिकट के लिए आवेदन कर दिया है। काफी लंबे समय से कांग्रेस संगठन के लिए कार्य कर रहे रमेश कुमार बतौर अधिवक्ता करसोग में ही अपनी प्रैक्टिस भी कर रहे हैं। लोगों के बीच में जाकर उनकी समस्याओं को समझते हुए उसका समाधान निकालने में दिलचस्पी रखने वाले रमेश कुमार का कहना है कि स्थानीय जनता के आग्रह पर ही उन्होने कांग्रेस टिकट के लिए आवेदन किया है। उन्होने बताया कि टिकट के लिए आवेदन करने के बाद पहले से ही जारी जनसंपर्क अभियान को गति देते हुए जनता से संवाद किया जा रहा है। क्षेत्र की अधिकतर समस्याएं ऐसी हैं जिनकी सुध भाजपा सरकार नहीं ले पाई है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में लोगों की सुविधा के लिए एकमात्र सिविल अस्पताल है लेकिन करोड़ों रूपए से बने इस अस्पताल में सुविधाएं नाममात्र की ही हैं। अधिकत्तर विशेषज्ञ चिकित्सकों के पद रिक्त पड़े हुए हैं जिसके चलते ईलाज के लिए मजबूरी में जनता को शिमला, मंडी सहित रामपुर पहुंचना पड़ता है। ऐसे में जनता का समय और धन दोनों की बर्बाद होते हैं। स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के सराकरी दावे करसोग में औंधें मुंह गिरे साफ तौर पर देखे जा सकते हैं। रमेश कुमार ने बताया कि शिक्षा के क्षेत्र में भी सरकार का रवैया करसोग के प्रति सकारात्मक नहीं है। अधिकतर स्कूलों में अध्यापक के पद रिक्त चल रहे हैं। कुछ स्कूल तो ऐसे हैं जहां एक भी अध्यापक नहीं है। स्कूलों को तो छोडि़ए करसोग के राजकीय महाविद्यायल में भी अधिकतर प्राध्यापकों के पद रिक्त पड़े हुए हैं। करसोग की सडक़ों की हालत बद से बदतर हो रही है। स्टेट हाईवे में शुमार केलोधार कोटलू सडक़ पिछले एक दशक से मरम्मत की राह देख रही है लेकिन लोक निर्माण विभाग इस सडक़ की सुध नहीं ले पा रहा है। करसोग क्षेत्र की समस्याओं को देखते हुए जनता बेसब्री से विधानसभा चुनाव का इंतजार कर रही है। उन्होने बतासा कि क्षेत्र के विकास में पूरी तरह से विफल रही भाजपा सरकार को इसका खामियाजा चुनाव परिणाम के तौर पर तथा इस मर्तबा प्रदेश में प्रचंड बहुमत से कांग्रेस की सरकार बनना तय है।