- यह कैसी गुणवत्ता : शटरिंग हटाते ही धराशायी हुआ पुल
आपकी ख़बर, कुल्लू।
निर्माण कार्यों को पूर्ण करने के साथ उसकी गुणवत्ता पर विशेष बल दिया जाता है। यहां मामला पुल के निर्माण का है, वही पुल जहां से हजारों की आबादी का आवागमन होगा, लेकिन विडंबना देखिए पुल का निर्माण पूरा हो गया और जब शटरिंग हटाई गई तो पुल धराशायी हो गया। ऐसे में इसकी गुणवत्ता और लापरवाही पर सवाल उठना शुरू हो गए हैं।
हम बात कर रहे हैं सोलंगनाला से सटे सोलंग गांव जाने के लिए सात साल से निर्माणाधीन सोलंग पुल की। रविवार को तैयार होने से पहले शटरिंग हटाते ही यह पुल बीच से टूट गया।
सूत्र बताते हैं कि पुल में इस्तेमाल की जा रही सामग्री की घटिया गुणवत्ता होने पर लेंटर के बाद केबल लगाने के लिए लोक निर्माण विभाग ने ठेकेदार को अनुमति नहीं दी थी। विभाग ने गुणवत्ता सही नहीं होने और पुल निर्माण में देरी के कारण टेंडर रद्द कर नए ठेकेदार को काम दिया है। रविवार को पुराने ठेकेदार के मजदूर पुल में लगी शटरिंग खोल रहे थे, तभी पुल गिर गया। गनीमत यह रही कि इस दौरान कोई हताहत नहीं हुआ। वहीं, विभाग तर्क दे रहा है कि कार्य नए ठेकेदार को दे दिया गया है।
निर्माणाधीन पुल का कार्य सही नहीं होने पर उसे तोड़ा जाना था। पुल निर्माण में देरी पर सोलंग गांव के लोग खफा हैं। इसी वर्ष अगस्त में बरसात के दौरान दो बालक यहीं बनाए गए अस्थायी पुल के टूटने से खड्ड में बह गए थे। बताया जा रहा है कि गौर हो कि वर्ष 2015 में इस पुल का शिलान्यास हुआ था।