आपकी ख़बर, शिमला।
हिमाचल के ऊंचाई वाले क्षेत्रों रोहतांग, शिंकुला, बारालाचा, धौलाधार, पांगी, भरमौर, तीसा, साचपास व सिरमौर की चूड़धार में ताजा हिमपात हुआ। शिमला शहर में दोपहर को फाहे गिरते देख पर्यटक रोमांचित हो गए। मौसम को देख नववर्ष पर पर्यटकों के अधिक संख्या में आने की उम्मीद है। प्रदेश में शीत लहर चल रही है। रोहतांग सहित शिंकुला, बारालाचा, कुंजुम दर्रे में आधा फीट ताजा हिमपात हुआ है। शाम को शिमला, कुफरी व मनाली सहित अन्य क्षेत्रों में हल्की वर्षा हुई। मौसम विभाग ने शुक्रवार दोपहर तक मौसम इसी तरह बने रहने की संभावना व्यक्त की है। पर्याप्त वर्षा होने से गेहूं की फसल को लाभ होगा। बागवान बगीचों में काम शुरू कर सकेंगे। विभाग के निदेशक सुरेंद्र पाल का कहना है कि शुक्रवार दोपहर तक वर्षा और हिमपात हो सकता है। कृषि विभाग के निदेशक डा. बीआर टहकी का कहना है कि रबी फसलों के लिए वर्षा वरदान साबित होगी। उनका कहना है कि पर्याप्त वर्षा हुई तो तीन माह से चला आ रहा सूखा खत्म होगा। उत्तर भारत में पड़ रही धुंध की वजह से रेल यातायात वीरवार को भी प्रभावित हुआ। दिल्ली से ऊना तक पहुंचने वाली हाई स्पीड वंदे भारत एक्सप्रेस 10 मिनट व जयपुर से आने वाली हिमाचल एक्सप्रेस 15 मिनट देरी से ऊना स्टेशन पर पहुंची। मनाली में वीरवार शाम हुए हिमपात से अटल टनल के दोनों छोर पर सैकड़ों पर्यटन वाहन फंस गए। लाहुल स्पीति व कुल्लू जिला की पुलिस पर्यटकों को निकालने में जुटी है। मौसम विभाग ने पहले ही हिमपात को लेकर आशंका व्यक्त की थी, लेकिन सुबह मौसम ठीक होने के कारण पर्यटक लाहुल जा पहुंचे। दोपहर बाद हिमपात अधिक होता देख पुलिस ने पर्यटकों को वापस भेजना शुरू किया। चार बजे हिमपात तेज हो गया। धुंधी के पास वाहन स्किड होने लगे जिस कारण यातायात जाम लग गया। पर्यटक वाहनों की संख्या अधिक होने से रात 10 बजे तक पर्यटक रास्ते में फंसे रहे। दोपहर से मौके पर मोर्चा संभाले डीएसपी हेमराज वर्मा ने बताया कि हिमपात तेज होने से धुंधी के पास वाहन स्किड होने लगे, जिस कारण यातायात जाम बढ़ता गया। रात 10 बजे तक रेस्क्यू अभियान चलता रहा। शिंकुला में हिमपात होने से लेह की जांस्कर घाटी का लाहुल से संपर्क कट गया है। सुबह फोर व्हील ड्राइव वाहन मनाली से शिंकुला होते हुए जांस्कर की ओर रवाना हुए, लेकिन दोपहर बाद मार्ग यातायात के लिए बंद हो गया। अटल टनल के बाहर मनाली की तरफ सड़क पर बर्फ जमने के कारण कुछ गाड़ियां फिसलीं। सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने जेसीबी मंगवाकर जमी बर्फ को हटाया। प्रशासन ने डेढ़ माह बाद वीरवार से रोहतांग दर्रा पर्यटकों के लिए बहाल किया था, लेकिन मौसम अनुकूल न होने से पर्यटक रोहतांग की वादियों का रुख नहीं कर पाए।