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एसजेवीएन ने उत्तरी क्षेत्र के सतर्कता अधिकारियों के लिए क्षमता निर्माण, प्रशिक्षण एवं पारस्‍परिक विचार-विमर्श कार्यक्रम का आयोजन किया

  • एसजेवीएन ने उत्तरी क्षेत्र के सतर्कता अधिकारियों के लिए क्षमता निर्माण, प्रशिक्षण एवं पारस्‍परिक विचार-विमर्श कार्यक्रम का आयोजन किया

आपकी खबर, शिमला। 2 मार्च

केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) के तत्वावधान में, एसजेवीएन ने चंडीगढ़ में उत्तरी क्षेत्र के सतर्कता अधिकारियों के लिए एक क्षमता निर्माण प्रशिक्षण एवं पारस्‍परिक विचार-विमर्श कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में पी.के.श्रीवास्तव, केंद्रीय सतर्कता आयुक्त,  पी. डेनियल, सचिव, सीवीसी, शैलेन्द्र सिंह, मुख्य तकनीकी परीक्षक, सीवीसी, नितिन कुमार, संयुक्त सचिव, सीवीसी, राजीव वर्मा, निदेशक, सीवीसी के साथ अन्य मुख्य सतर्कता अधिकारी उपस्थित रहे।

 

गीता कपूर, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, एसजेवीएन ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि हमारा लक्ष्य बेहतर क्षमता निर्माण और शिकायत प्रबंधन तंत्र के लिए सतर्कता प्रशासन, प्रापण और सीटीई से संबंधित पहलुओं के नीतिगत फ्रेमवर्क में अंतर्दृष्टि हासिल करना है। इस क्षमता निर्माण प्रशिक्षण कार्यक्रम में केंद्रीय सतर्कता आयोग के वरिष्ठ अधिकारियों की विचारणीय प्रस्तुतियाँ प्रस्तुत की गईं, जिनका उद्देश्य सतर्कता प्रशासन के संबंध में चर्चा को बढ़ावा देना था, जिसकी दर्शकों ने सराहना की।

प्रेम प्रकाश (आईओएफएस), मुख्य सतर्कता अधिकारी, एसजेवीएन ने उद्घाटन सत्र का धन्यवाद ज्ञापन प्रस्‍तुत किया। कार्यक्रम में सीवीसी के वरिष्ठ गणमान्यों सहित जम्मू एवं कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के पीएसयू, पीएसबी तथा इंश्योरेंस संस्थानों के सतर्कता अधिकारियों ने भाग लिया।

 

सीवीसी की इस पहल से सीवीसी, सतर्कता प्रमुखों के मध्‍य मूल्यवान विचार-विमार्श तथा ज्ञान साझा करने में सहायता मिली है, जिससे सतर्कता प्रशासन में सर्वोत्तम प्रथाओं और नवोन्‍मेषी विचारों का आदान-प्रदान हुआ है। इस तरह की पहल आंतर-संगठनात्मक सतर्कता नेटवर्क के सहयोग एवं मजबूती के लिए संभावित क्षेत्रों की पहचान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, जिससे सतर्कता उत्कृष्टता और दक्षता की संस्कृति को बढ़ावा मिलता है।

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