- पांच विधायकों ने सीएम जयराम ठाकुर से की निष्कासन रद्द करने की मांग
- बोले छात्रों के अधिकारों का हनन कतई बर्दाश्त नहीं होगा
आपकी खबर, शिमला।
कांग्रेस विधायक दल ने मंगलवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री के पास हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से निष्कासित किए तीन छात्रों की मांग को रखा। पांच विधायकों के प्रतिनिधिमंडल में किन्नौर के विधायक जगत सिंह नेगी, कांगडा़ से पवन काजल, नालागढ़ से लखविंदर सिंह राणा, पालमपुर से आशीष बुटेल, फतेहपुर से भवानी सिंह पठानिया ने बताया कि प्रदेश विश्वविद्यालय में पुस्तकालय व छात्रावास को कोरोना नियमों के साथ खोलने को लेकर ज्ञापन सौंपने के लिए एनएसयूआई के तीन पदाधिकारियों वीनू मेहता, यासीन बट्ट और परवींन मिंहास का निष्कासन राजनीति से प्रेरित है। प्रदेश वि. वि. में कोरोना की महामारी के दौरान भर्तियां लगातार जारी हैं तो पुस्तकालय व छात्रावास को खुला रखने की आवाज रखना छात्रों की अहम माँग थी। इसके लिए निष्कासन दुर्भाग्यपूर्ण है।
उन्होंने बताया कि इस तरह से तो छात्रों को उनके अधिकारों से वंचित करने की कोशिश की जा रही है, उनके अधिकारों का हनन किया जा रहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री से इस मामले में हस्तक्षेप करके तुरंत छात्रों को बहाल करने की मांग की।