पिकअप, टिप्पर ट्रक या फिर जेसीबी खरीदना चाहते हैं तो यह योजना आपके लिए फायदेमंद रहेगी
आपकी खबर, शिमला।
जयराम सरकार प्रदेश में स्वरोजगार की दृष्टि से प्रभावी कदमों के साथ आगे बढ़ रही है। सरकार का ध्येय है कि राज्य का युवा नौकरी तलाशने वाला नहीं बल्कि रोजगार उपलब्ध करवाने वाला होना चाहिए। इसी उद्देश्य से जयराम सरकार ने मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना शुरू की है। इस योजना के अंतर्गत आप कोई भी व्यापार शुरू करने के लिए आर्थिक मदद प्राप्त कर सकेंगे। आज उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी ने अपने कार्यालय कक्ष में जिलास्तरीय मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना समिति की बैठक ली। बैठक में उन्होंने जिला उद्योग केंद्र के अधिकारी एवं सार्वजनिक एवं निजी बैंकों के अधिकारियों से गहनता से विचार-विमर्श किया और सीधे संवाद के माध्यम से उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। वर्तमान प्रदेश सरकार युवा बेरोजगारों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रयासरत है तथा हर वर्ग एवं हर क्षेत्र के विकास के प्रतिबद्ध है। इस योजना के तहत सुलभ ऋण पिकअप, टिप्पर ट्रक, ग्रामीण पर्यटन, खुदरा व्यापार, ऑटो-वर्कशॉप, जेसीबी, पेट्रोल पंप आदि योजनाओं के लिए उपलब्ध है।
कृषि-बागवानी के लिए भी फायदेमंद है यह योजना
उपायुक्त आदित्य नेगी ने बताया कि समावेशी विकास एवं आधुनिक कृषि एवं बागवानी तकनीको के मद्देनजर सी.ए.स्टोर, जिसकी न्यूनतम भंडारण क्षमता 1500 मीट्रिक टन एवं टिशू कल्चर प्रयोगशाला व फलों, सब्जियों की नर्सरी आदि योजनाओं के लिए सुलभ कर्ज उपलब्ध है। उपायुक्त आदित्य नेगी ने बताया कि दुग्ध उत्पादन एवं डेयरी उद्योग को बढावा देने के लिए दस से अधिक पशु रखने वालो को सुलभ ऋण की सुविधा उपलब्ध है, जोकि मिल्क चिलिंग प्लांट की आधुनिक मशीनरी के संदर्भ में भी लागू होते हैं।
युवाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए 92 प्रस्ताव पास
मुख्य प्रबंधक जिला उद्योग केंद्र शिमला योगेश गुप्ता ने जानकारी दी कि युवाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए 92 प्रस्ताव पारित किए गए हैं, जिन पर 19 करोड़, 5 लाख रूपये की लागत आएगी तथा पूंजी निवेश अनुदान की लागत 5 करोड़, 14 लाख रूपये होगी। इस बैठक में विभिन्न निजी एवं सार्वजनिक बैंको के अधिकारी एवं कर्मचारी भी उपस्थित थे।