आपकी ख़बर, शिमला।
शिमला नगर निगम चुनाव में भाजपा और कांग्रेस पार्टी इस बार भी महिला प्रत्याशियों पर दांव खेल रही है। नगर निगम में महिलाओं के लिए 50% आरक्षण है। कुल 34 सीटों में से 17 आरक्षित हैं। भाजपा ने कुल 21 महिला उम्मीदवारों को टिकट दिए हैं। कांग्रेस के कुछ टिकट अभी फाइनल नहीं हैं पर कांग्रेस भी 17 आरक्षित के अतिरिक्त दो से तीन महिला उम्मीदवार अन्य सीटों से उतार सकती है। उम्मीद है कि महिला पार्षदों की संख्या इस बार 50% से अधिक हो जाएगी। अभी तक भाजपा ने 34 में से 31 वार्डों में अपने प्रत्याशियों के नाम फाइनल कर लिए हैं। इनमें से 21 महिला पार्षद है। भाजपा ने अपने चार निर्वतमान महिला पार्षदों को अनारक्षित सीट से प्रत्याशी बनाया है। इसमें समरहिल से शैली ठाकुर, बालूगंज से किरण बावा, पटयोग से आशा व अप्पर ढली से कमलेश मेहता शामिल है। वहां कांग्रेस में भी ऐसी ही स्थिति बन रही है। कांग्रेस की 18 वार्डों के प्रत्याशियों की घोषणा होनी है। इसमें किससे हाथ टिकट आती है. इस पर सबसे ज्यादा चर्चा है। भाजपा की सूची पर नजर डाले तो चार निर्वतमान महिला पार्षदों को ओपन सीट यानी अनारक्षित सीट से चुनावी मैदान में उतारने का जोखिम पार्टी ने लिया है। इनमें कसुम्पटी विधानसभा क्षेत्र के तहत पड़ने वाली अप्पर ढली वार्ड से निर्वतमान पार्षद कमलेश मेहता को टिकट दिया है। इसी तरह भाजपा ने समरहिल से शैली ठाकुर को प्रत्याशी बनाया है। शैली ने वर्ष 2017 का नगर निगम चुनाव सीपीआईएम की टिकट पर लड़ा था और जीत हासिल की थी। हाल ही में वह पार्टी छोड़ भाजपा में शामिल हुई थी। अनरक्षित बालूगंज वार्ड से भाजपा ने निर्वतमान पार्षद किरण बावा, पटयोग से आशा को प्रत्याशी बनाया है। कांग्रेस की 34 में से 16 सीटें फाइनल हुई है। इनमें से हालांकि फिलहाल अनारक्षित वार्ड में महिला प्रत्याशी को पार्टी ने नहीं उतारा है। इसके बावजूद चर्चा हैं कि शहर के नगर निगम के चुनावों में कांग्रेस की ओर से आने वाली प्रत्याशियों की सूची में दो से तीन महिला प्रत्याशी अनारक्षित वार्ड से चुनावी समर में उतर सकते हैं।